राष्ट्रीय जल जीवन मिशन आन्ध्र प्रदेश को 2023-24 तक “हर घर जल” का लक्ष्य हासिल करने में तकनीकी सहायता और मदद के लिए पहुंचा राष्ट्रीय जल जीवन मिशन का दल - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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रविवार, 6 दिसंबर 2020

राष्ट्रीय जल जीवन मिशन आन्ध्र प्रदेश को 2023-24 तक “हर घर जल” का लक्ष्य हासिल करने में तकनीकी सहायता और मदद के लिए पहुंचा राष्ट्रीय जल जीवन मिशन का दल

राष्ट्रीय जल जीवन मिशन 


राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के छह सदस्यों का दल आन्ध्र प्रदेश को मिशन के प्रमुख कार्यक्रम “हर घर जल” के लक्ष्य को हासिल करने में तकनीकी सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से 2-5 दिसम्बर, 2020 तक राज्य के दौरे पर पहुंचा। इस दल की यात्रा का उद्देश्य विभिन्न मुद्दों और चुनौतियों की पहचान के साथ ही अच्छी पद्धतियों का दस्तावेजीकरण करना भी है। इस दल ने राज्य के विभिन्न भागों का दौरा किया है तथा जल आपूर्ति योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित मैदानी स्तर के अधिकारियों के साथ ही ग्राम प्रधानों और ग्राम पंचायतों के सदस्यों से भी संवाद किया है।




जल जीवन मिशन केन्द्र सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है जिसका लक्ष्य गांवों के सभी परिवारों तक पर्याप्त मात्रा और निर्धारित गुणवत्ता का पीने योग्य पानी नियमित और लम्बी अवधि तक उपलब्ध कराना है। ग्रामीण परिवारों तक पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए केन्द्र और राज्य सरकार साथ में मिलकर काम कर रही हैं।
आन्ध्र प्रदेश सरकार ने 2023-24 तक राज्य के सभी ग्रामीण परिवारों तक नल से पानी पहुंचाने की योजना बनाई है। राज्य में 95.66 लाख ग्रामीण परिवारों में से अब तक 34.94 लाख परिवारों को नल का कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है तथा बाकी परिवारों को भी योजना के अन्तर्गत सुविधा देने का काम तेजी से चल रहा है। छह सदस्यीय दल ने नौ जिलों, विशाखापट्टनम, कृष्णा, चित्तूर, श्रीकाकुलम, विजियनगरम, पश्चिम गोदावरी, कडप्पा, अनंतपुर और कर्नूल का दौरा किया। मिशन के कार्यों की प्रगति का जायजा लेने के लिए रैंडम आधार पर विभिन्न गांवों/ बसाहटों का चयन किया गया। दल ने विजियनगरम जिले के कोथावालसा ब्लॉक का दौरा किया जहां लोगों और पांच महिला सदस्यों वाले वीडब्ल्यूएससी से चर्चा की। कृष्णा जिले के पल्लेतुम्मलापलम गांव में सौ दिवसीय अभियान के दौरान पंचायत भवन और स्कूलों में पानी के लिए नल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। गांव में पानी की एक टंकी है और पानी की आपूर्ति के लिए हौदी तथा स्लो सैंड फिल्टर (मंद बालू निस्पंदक) व्यवस्था है।

दल ने अनंतपुर जिले की मस्तूर ग्राम पंचायत में राघवमपल्ली गांव का भी दौरा किया। गांव में 282 परिवार हैं जिनमें से 149 के पास घरेलू नल से पानी आपूर्ति की व्यवस्था है। इसी प्रकार से कृष्णा जिले के मोपीदेवी गांव के परिवारों तक भी नल जल आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। कर्नूल जिले में नंदीकोतुर ब्लॉक के वड्डेमानू गांव में शत-प्रतिशत परिवारों के घरों में नल-जल से पेयजल पहुंच रहा है। गांव में कठोर चट्टानी इलाके पर बसाहट के बावूजद भी नल-जल कनेक्शन की सुविधा पहुंचाई गई है।

वीडब्ल्यूएससी सदस्यमादुपाडाविजियनगरम जिला

राष्ट्रीय जल जीवन मिशन का दल विजियनगरम जिले में रीमापेटा ग्राम पंचायत की अम्बातीवालसा बस्ती में भी पहुंचा जहां मई 2020 में ही सभी घरों में नल जल कनेक्शन उपलब्ध करा दिए गए हैं। यहां वीडब्ल्यूएससी में महिलाओं की 50% भागीदारी है। गांव की बुजुर्ग महिला आर. लीलावातम्मा का कहना है, “मेरे लिए इस उम्र में सार्वजनिक नल से पानी लेकर आना बहुत कठिन है। लेकिन घर में ही नल से पानी उपलब्ध हो जाने से मुझे अब इससे बहुत राहत मिली है। कम से कम अब वृद्धावस्था में तो मुझे बड़ी बाल्टियों में पानी लेकर आने को मजबूर नहीं होना पड़ेगा। नल से पानी आते देखकर मुझे बहुत खुशी होती है।“

इन गांवों में मूक क्रान्ति हो रही है जहां लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ उनके जीवन को बेहतर बनाने और जीवन को आसान बनाने के सरकार के लक्ष्य के साथ ही लोगों की आकांक्षाओं और जरूरतों की पूर्ति हो रही है।