मध्य प्रदेश ट्राइफ़ूड पार्क
वनवासी कल्याण केंद्र
इस अवसर पर बोलते हुए श्री प्रवीर कृष्ण ने कहा कि, ट्राइफेड सक्रिय रूप से समान विचारधारा वाले विभिन्न संगठनों के साथ जुड़कर काम करने की संभावनाएं तलाश रहा है, ताकि आदिवासियों की आजीविका में बढ़ोत्तरी करने के लिए अपने मिशन को जारी रखा जा सके। उन्होंने कहा कि, वनवासी कल्याण आश्रम के साथ जुड़ने से सार्थक कार्य करने के मौके मिलेंगे। इसके अतिरिक्त कृषि, बागवानी, फूलों की खेती, औषधीय तथा सुगंधित पौधों की पैदावार आदि से लेकर कई प्रकार की अन्य आर्थिक गतिविधियों में संलग्न होकर आदिवासियों के लिए साल भर आय होने के अवसर सुनिश्चित होंगे। साथ ही इससे उन्हें लघु वनोपज से आगे बढ़कर काम करने के मौके मिलेंगे।
आदिवासी लोगों की आजीविका में वृद्धि करने तथा स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) / वन धन विकास केंद्र (वीडीवीके / वीपीसी / ट्राइफ़ूड पार्क) के माध्यम से वन धन योजना के क्रियान्वयन के उद्देश्य से दोनों संगठन मिलकर विभिन्न पहल करके एक साथ काम करेंगे। संरक्षक संगठन के रूप में ट्राइफेड के साथ यह सहमति बनी है कि, वनवासी कल्याण आश्रम आदिवासी क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों की पहचान करके, प्रशिक्षण का आयोजन, संरचना निर्माण, मशीनरी और उपकरण तथा अन्य सहायता प्रदान करके नए वन धन केंद्र बनाए जाएंगे। इसके अलावा कई अन्य गतिविधियां भी होंगी, जिनमें कल्याण आश्रम अन्य क्षेत्रों जैसे कि कृषि, बागवानी, फूलों की खेती, मत्स्य पालन, पशुपालन, हथकरघा तथा शिल्प उद्योग से पूरे वर्ष कार्य कराने के लिए प्रयासरत रहेगा और यह वनधन योजना को सर्व-समावेशी और व्यवहार्य बनाने में भी शामिल होगा।