प्रधानमंत्री 7 जनवरी को वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के न्यू रेवाड़ी – न्यू मदार खंड को देश को समर्पित करेंगे - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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मंगलवार, 5 जनवरी 2021

प्रधानमंत्री 7 जनवरी को वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के न्यू रेवाड़ी – न्यू मदार खंड को देश को समर्पित करेंगे

 


वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के न्यू रेवाड़ी – न्यू मदार खंड

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 7 जनवरी को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) के 306 किलोमीटर लंबेन्यू रेवाड़ी-न्यू मदार खंड को देश को समर्पित करेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री न्यू अटेली से न्यू किशनगढ़ के लिए इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन द्वारा चलने वाली 1.5 किलोमीटर लंबी दुनिया की पहली डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल के साथ राजस्थान एवं हरियाणा के राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री भी उपस्थित रहेंगे।

प्रधानमंत्री 7 जनवरी को वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के न्यू रेवाड़ी – न्यू मदार खंड को देश को समर्पित करेंगे


डब्ल्यूडीएफसी का न्यू रेवाड़ी-न्यू मदार खंड


पश्चिमी समर्पितमालवहन गलियारे(वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) का न्यू रेवाड़ी-न्यू मदार खंड हरियाणा (महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी जिलों में लगभग 79 किलोमीटर) और राजस्थान (जयपुर, अजमेर, सीकर, नागौर और अलवर जिलों मेंलगभग 227 किलोमीटर) में स्थित है।इसमें नौ नवनिर्मित डीएफसी स्टेशन शामिल हैं, जिनमें से छह- न्यू डबला, न्यू भगेगा, न्यू श्री माधोपुर, न्यू पचार मलिकपुर, न्यू सकून और न्यू किशनगढ़-क्रॉसिंग स्टेशन हैं। जबकि अन्य तीन- रेवाड़ी, न्यू अटेली और न्यू फुलेरा- जंक्शन स्टेशन हैं।


इस खंड के शुरू होने से राजस्थान और हरियाणा के रेवाड़ी- मानेसर, नारनौल, फुलेरा और किशनगढ़ इलाके में स्थित विभिन्न उद्योगों को लाभ होगा और यह काठुवास में स्थित कॉनकोर के कंटेनर डिपो के बेहतर इस्तेमाल को भी संभव बनायेगा। यह खंड गुजरात में स्थित कांडला, पिपावाव, मुंधरा और दाहेज के पश्चिमी बंदरगाहों के साथ निर्बाध संपर्क सुनिश्चित करेगा।


इस खंड के उद्घाटन के साथ, डब्ल्यूडीएफसी और ईडीएफसी के बीच निर्बाध संपर्कसंभव हो जायेगा। इससे पहलेप्रधानमंत्री द्वारा29 दिसंबर 2020 को ईडीएफसी के 351 किलोमीटर लंबेन्‍यू भाऊपुर-न्‍यू खुर्जा खंड कोदेश को समर्पित किया गया था।


डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन का परिचालन   


डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन के परिचालन में 25 टन का बढ़ा हुआ एक्सल लोड होगा।इसे डीएफसीसीआईएल के लिए आरडीएसओ के वैगन विभाग द्वारा डिज़ाइन किया गया है।बीएलसीएस–ए और बीएलसीएस–बीवैगनों की प्रतिकृति के परिचालन के परीक्षण पूरे हो चुके हैं।यह डिजाइन क्षमता उपयोग और एक समान वितरित एवंस्थलवारलदान (पॉइंट लोडिंग) को अधिकतम स्तर पर ले जायेगा।कंटेनर इकाइयों के लिहाज सेडब्ल्यूडीएफसी पर एक लॉन्ग हॉल डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन में जुड़े ये वैगनभारतीय रेलवे की वर्तमान क्षमता की तुलना में चार गुना अधिक कंटेनर इकाइयों को ढो सकते हैं।


डीएफसीसीआईएल भारतीय रेलवे की पटरियों पर 75 किलोमीटर प्रति घंटे की मौजूदा अधिकतम गति के मुकाबले 100 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति से मालगाड़ियां चलाएगा, वहीँ भारतीय रेलवे की लाइनों पर मालगाड़ियों की 26 किलोमीटर प्रति घंटे की मौजूदा औसत गति को बढ़ाकर डीएफसी पर 70 किलोमीटर प्रति घंटा भी किया जाएगा।