पुड्डुचेरी में सातवीं बार गुरुवार को राष्ट्रपति शासन लागू
25 फरवरी 2021
केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में 30 वर्षाें के अंतराल के बाद सातवीं बार गुरुवार को राष्ट्रपति शासन लागू किया गया।
कांग्रेस के पांच विधायकों के इस्तीफे और एक विधायक को अयोग्य करार दिये जाने के बाद राज्य की वी नारायणसामी की सरकार अल्पमत में आ गयी थी तथा 22 जनवरी को पेश विश्वास मत में हार जाने के कारण उनकी सरकार पहले ही गिर चुकी है।
गौरतलब है कि सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने में नाकाम रहने के बाद मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने इस्तीफा दे दिया था।
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को इस विषय पर उप राज्यपाल टी सुंदरराजन की ओर से भेजी गई रिपोर्ट पर पुड्डुचेरी में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को अधिसूचित किया कि पुड्डुचेरी में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के हस्ताक्षर युक्त इस अधिसूचना में कहा गया है, “ मैं इस बात से संतुष्ट हूं कि पुड्डुचेरी में इस तरह की स्थिति उत्पन्न हो गई है कि वहां केन्द्र सरकार संघ शासित अधिनियम, 1963 (1963 का 20वां प्रावधान) के तहत प्रशासन को संचालित नहीं किया जा सकता है।” इसमें यह भी कहा गया है कि संघ शासित प्रदेश की विधानसभा को भी निलंबित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पहली बार 18 सितंबर 1968 को पहली बार 180 दिनों के लिए राष्ट्रपति शासन लागू हुआ था जो 17 मार्च 1969 तक चला। इसके बाद तीन जनवरी 1974 से 62 दिनों के लिए छह मार्च 1974 तक, 28 मार्च 1974 से तीन वर्ष 96 दिनों के लिए दो जुलाई 1977 तक, 12 नवंबर 1978 से 16 जनवरी 1980 तक (एक साल 65 दिन), 24 जून 1983 से 16 मार्च 1985 (एक साल और 265 दिन) तथा चार मार्च 1991 से तीन जुलाई 1991 तक (121 दिनों के लिए) राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था।