मध्यप्रदेश मंत्रि-परिषद की आपात बैठक :पूर्ण लॉकडाउन के स्थान पर छोटे-छोटे क्षेत्रों में लॉकडाउन को प्राथमिकता दी जाए:MP Cabinet Emergency Meeting - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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रविवार, 11 अप्रैल 2021

मध्यप्रदेश मंत्रि-परिषद की आपात बैठक :पूर्ण लॉकडाउन के स्थान पर छोटे-छोटे क्षेत्रों में लॉकडाउन को प्राथमिकता दी जाए:MP Cabinet Emergency Meeting

 मध्यप्रदेश मंत्रि-परिषद की आपात बैठक :पूर्ण लॉकडाउन के स्थान पर छोटे-छोटे क्षेत्रों में लॉकडाउन को प्राथमिकता दी जाए

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के सभी जिलों में उपचार के लिए अस्पतालों में बिस्तर, ऑक्सीजन, दवाओं, इंजेक्शन आदि की पर्याप्त व्यवस्था है। हर जिले में कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं। भविष्य की व्यवस्थाओं के लिए सभी जिलों में पर्याप्त संख्या में बिस्तर बढ़ाए जा रहे हैं। निजी अस्पतालों से भी अनुबंध किया जा रहा है।

मध्यप्रदेश मंत्रि-परिषद की आपात बैठक :पूर्ण लॉकडाउन के स्थान पर छोटे-छोटे क्षेत्रों में लॉकडाउन को प्राथमिकता दी जाए:MP Cabinet Emergency Meeting


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मंत्री गण अपने-अपने क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण रोकने, उपचार आदि की व्यवस्थाओं के लिए युद्ध स्तर पर जुट जाएं। हमें हर हालत में कोरोना संक्रमण को प्रभावी रूप से रोकना है तथा हर कोरोना मरीज़ का सर्वोत्तम इलाज सुनिश्चित करना है।

 मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में मंत्रि-परिषद के सदस्यों की आपात बैठक ले रहे थे। बैठक में मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, श्री कमल पटेल, श्री विश्वास सारंग, श्री जगदीश देवड़ा, श्री बिसाहूलाल सिंह, श्री अरविंद भदौरिया, श्री विजय शाह, श्री भारत सिंह कुशवाह और श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर उपस्थित थे।


शासकीय अस्पतालों में 60% तथा निजी अस्पतालों में 47% बिस्तर खाली


 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के उपचार के लिए जिलों के सरकारी अस्पतालों में कुल 60% तथा निजी अस्पतालों में 47% बिस्तर खाली हैं। शासकीय अस्पतालों में 17 हजार 492 बिस्तर भरे हुए हैं, वहीं निजी अस्पतालों में 13 हजार 250 बिस्तर भरे हुए हैं। भोपाल में शासन द्वारा जेके एवं पीपुल्स अस्पताल को अनुबंधित कर लिया गया है। मंत्री श्री विश्वास सारंग ने बताया कि पीपुल्स अस्पताल में कोरोना इलाज के लिए 150 बिस्तर खाली हैं।

67% मरीज होम आइसोलेशन में


 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के कुल मरीजों में से 67% मरीज होम आइसोलेशन में है तथा 33% मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। अस्पतालों में भर्ती मरीजों में से 18% ऑक्सीजन सपोर्ट पर तथा 8% आईसीयू में है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 30 हज़ार से अधिक है।

अब ऑक्सीजन की 180 मीट्रिक टन उपलब्धता


 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पहले प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता 60 एम.टी. थी, जिसे 3 गुना बढ़ाया गया है। अब हमारे अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता 180 एम.टी. है, जो कि पर्याप्त है। 

हर जिले में कोविड केयर सेंटर


 हर जिले में कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं, जिनमें कोरोना के मरीजों की देखभाल की जाएगी। कोरोना संबंधी व्यवस्थाओं के लिए हर ज़िले को 2-2 करोड़ रुपए की राशि भी जारी की गई है।
 

50 हजार रेमेडीसीवर इंजेक्शन के आर्डर


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के उपचार के संबंध में 50 हजार रेमेडीसीवर इंजेक्शन के आर्डर दे दिए गए हैं तथा इंजेक्शन आना भी प्रारंभ हो गए हैं। आगे भी इनकी पर्याप्त आपूर्ति बनी रहेगी। इन्हें शासकीय तथा अनुबंधित अस्पतालों में नि:शुल्क लगाया जाएगा।

होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की बेहतर व्यवस्था


 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की भी अच्छी से अच्छी व्यवस्था की जा रही है। जिला कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से इनकी पूरी देखभाल की जा रही है। दिन में कम से कम 2 बार इनसे बात करने तथा आकस्मिक निरीक्षण करने के भी निर्देश जिलों को दिए गए हैं।

जिला स्तर पर सिटी स्केन मशीन


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हर जिला अस्पताल में सीटी स्केन मशीन की व्यवस्था की जा रही है। इसके संबंध में टेंडर जारी कर दिए गए हैं। शीघ्र ही यह प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी।

क्राइसिस मैनेजमेंट समूहों से चर्चा की


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज उनके द्वारा प्रत्येक जिले के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से बातचीत की गई है तथा उनसे कहा गया है कि वे अपने जिले की परिस्थितियों के अनुरूप कोरोना संक्रमण को रोकने की रणनीति बनाकर उस पर अमल करें। पूर्ण लॉकडाउन के स्थान पर छोटे-छोटे क्षेत्रों में लॉकडाउन को प्राथमिकता दी जाए। माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं।