पर्यटन
मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने 108 भाषाओं में लॉन्च की आईआईटीटीएम की नई
वेबसाइट अतुल्य
भारत पर्यटक सुविधाकर्ता प्रमाणन कार्यक्रम (IITFC) संचार संगोष्ठी का वर्चुअल उद्घाटन
भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान (IITTM) गोविन्दपुरी ग्वालियर
केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन राज्यमंत्री श्री
प्रहलाद सिंह पटेल ने शनिवार को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि
भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान (IITTM) गोविन्दपुरी ग्वालियर के कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए। इस मौके पर
केंद्रीय मंत्री श्री पटेल ने पर्यटन मंत्रालय, भारत
सरकार के प्रतिष्ठित कार्यक्रर्मों में से एक अतुल्य भारत पर्यटक सुविधाकर्ता
प्रमाणन कार्यक्रम (IITFC)
संचार संगोष्ठी का वर्चुअल उद्घाटन
किया। इस कार्यक्रम में 2230 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं और 7546 प्रतिभागी पंजीकृत हैं। इसके साथ ही
श्री पटेल ने भारतीय पर्यटन एंव यात्रा प्रबंधन संस्थान (IITTM) की नव उन्नत वेबसाइट का शुभारंभ किया।
जो विश्व की 108 राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं
में है। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने एक्वा आधारित साहसिक पर्यटन (एटलस) और पौधरोपण
कार्यक्रम का उद्घाटन भी किया।
इस कार्यक्रम में सचिव, पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार, श्री अरविन्द सिंह, संयुक्त सचिव श्री राकेश वर्मा, एडीजी पर्यटन मंत्रालय, श्रीमती रूपिन्दर बरार और पर्यटन
मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार श्री ज्ञान भूषण भी शामिल हुए।
पर्यटन मंत्री श्री प्रहलाद सिहं पटेल ने
अतुल्य भारत पर्यटक सुविधाकर्ता प्रमाणन कार्यक्रम की प्रशंसा की और प्रतिभागियों
को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने नव उन्नत वेबसाइट की बधाई दी। साथ ही लोगों से अपील
की ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं ताकि पर्यावरण स्वस्थ रहे तभी हम स्वस्थ रहेंगे।
श्री पटेल ने कहा कि प्रकृति हमारी सबसे बडी संपत्ति है। आज लगाया गया पौधा, आने वाली पीढ़ी को जीने की एक नई राह
देगा। हमें अपनी उन आवश्यकताओं को कम करना चाहिए, जो पर्यावरण में असंतुलन पैदा करती हैं।
पर्यटन सचिव, भारत सरकार श्री अरविन्द सिंह ने आईआईटीटीएम के पर्यटन क्षेत्र में
योगदान की सराहना की और कहा कि महामारी के बाद निश्चित ही पर्यटन क्षेत्र में नई
ऊर्जा का संचार होगा।
अतुल्य भारत पर्यटक सुविधाकर्ता प्रमाणन
कार्यक्रम में 25-25 प्रतिभागियों के बैच बनाए गए हैं, जिनकी ट्रेनिंग 7 दिनों तक (प्रतिदिन 4 घण्टे) चलेगी। अंत में स्टैण्डर्ड
मूल्यांकन के बाद उन्हें सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा।