संसद मानसून सत्र अपडेट 2021
9 जुलाई
किसानों, महंगाई, पेट्रोल डीजल के दामों को लेकर विपक्ष
के हंगामे को लेकर संसद के मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा में कोई काम
काज नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
दो बार के स्थगन के बाद तीसरी बार साढ़े तीन
बजे जैसे ही सदन समवेत हुआ कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड़
मुनेत्र कषगम, शिरोमणि अकाली दल एवं वामदलों के
सदस्यों ने आसन के आसपास जमा होकर नारेबाजी शुरू कर दी। उन तख्तियों में किसानों, पेट्रोल डीजल के दामों, महंगाई को लेकर नारे लिखे हुए थे।
अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वह आग्रह करते हैं
कि सभी सदस्य अपनी सीट पर बैठ जायें, उनकाे हर विषय और मुद्दे पर चर्चा करने का पर्याप्त अवसर दिया
जायेगा।
संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने भी कहा
कि वह सदन को पुन: आश्वस्त करना चाहते हैं कि सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा करने
के लिए तैयार है। इस पर श्री बिरला ने भी कहा कि सरकार ने जब कहा है कि वह किसी भी
मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए तैयार है, तो सदस्यों को अपनी सीट पर बैठ जाना चाहिए।
इसके बाद अध्यक्ष ने केन्द्रीय संचार, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलैक्ट्रॉनिक्स
मंत्री अश्विनी वैष्णव का नाम पुकारा जिन्होंने शोरशराबे के बीच जरायली सॉफ्टवेयर
का इस्तेमाल करके राजनीतिज्ञों, पत्रकारों
एवं अन्य महत्वपूर्ण हस्तियों की जासूसी कराने के आरोपों से संबंधित मीडिया
रिपोर्ट पर एक बयान पढ़कर सरकार की स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने रिपोर्ट का खंडन
करते हुए कहा कि इस सनसनी के पीछे जो भी कारण हो, पर कोई भी तथ्य नहीं है। भारत में स्थापित प्रोटाेकोल के कारण अवैध
रूप से किसी की जासूसी या निगरानी करना संभव नहीं है।
श्री वैष्णव के बयान के बाद श्री बिरला ने पुन:
सदस्यों ने शांत होने और अपने स्थान पर बैठकर सदन की कार्यवाही में सहयोग करने की
अपील की लेकिन इसका विपक्षी सदस्यों पर कोई असर नहीं पड़ा। इसके बाद अध्यक्ष ने
सदन की कार्यवाही मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी।
इसके पूर्व एक बार के स्थगन के बाद अपराह्न दो
बजे जैसे ही सदन समवेत हुआ,
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)
आदि विपक्षी दलों के सदस्य हाथों में तख्तियां उठाये अध्यक्ष के आसन के इर्दगिर्द
जमा हो गये और नारेबाजी करने लगे।
पीठासीन सभापति राजेन्द्र अग्रवाल ने विपक्षी
सदस्यों से अपने स्थान पर बैठने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की लेकिन
सदस्यों पर कोई असर नहीं हुआ। इस पर श्री अग्रवाल ने साढ़े तीन बजे तक के लिए सदन
की कार्यवाही स्थगित करने की घोषणा कर दी।
पूर्वाह्न 11 बजे संसद के मानसून सत्र के पहले दिन की कार्यवाही शुरू होते ही
विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के कारण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी
मंत्रिपरिषद के नये सदस्यों का परिचय नहीं करा सके। भारी हंगामे के कारण अध्यक्ष
ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी