कैच द रेन अभियान कटनी Catch The Rain Katni
Catch The Rain Katni
कटनी. (15 जुलाई) -’’कैच द रेन’’ अभियान के तहत कटनी जिले में निर्मित व निर्माणाधीन
जल संरचनाओं के मॉडल को देश के अन्य जिलों में भी लागू किया जायेगा। यह बात भारत
सरकार के जल शक्ति मंत्रालय में पदस्थ भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी
विक्रांत पांडेय ने विकासखण्ड बड़वारा के गांव मे निर्मित जल संरचनाओं के अवलोकन के
बाद कहीं। श्री पांडे के साथ ही दिल्ली से आये भारत सरकार के वरिष्ठ सांइटिस्ट
पी.के.सिंह भी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत जगदीश चन्द्र गोमे
के कार्यो की भी उच्च स्तरीय भ्रमण दल ने मुक्त कंठ से सराहना की भ्रमण के दौरान
श्री पांडे ने जनपद पंचायत बड़वारा के ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण किया। श्री पांडे
ने ग्राम नन्हवारा कलां, पठरा ,रोहनिया,अमाड़ी, बरछेका बरगवां एवम अन्य ग्रामों में
निर्मित जल संरचनाओं व अन्य कार्यों का अवलोकन किया, उन्होंने अमृत सरोवर नहर सुधार एवं मनरेगा योजना से निर्मित स्व सहायता समूह द्वारा
संचालित नर्सरी कार्य का भी निरीक्षण किया। श्री विक्रांत पांडे ने कराए गए अमृत
सरोवर निर्माण की गुणवत्ता ,स्थल चयन की सराहना करते हुए सीईओ जिला पंचायत श्री गोमे को गुड कहा। श्री
पांडे ने निरीक्षण के दौरान ग्रामीण जनों से संवाद करते हुए निर्माणाधीन जल
संरचनाओं की उपयोगिता पर चर्चा करने पर ग्रामीण जनों ने इसे अत्यंत उपयोगी माना और
कहा कि अमृत सरोवर निर्माण से मछली पालन, सिंघाड़ा उत्पादन, किसानों को सिंचाई
हेतु पानी की व्यवस्था, पशुओं को पीने का
पानी एवं ग्रामीण जनों को निस्तार हेतु पानी की उपलब्धता बनी रहेगी। ग्रामीण जनों
ने यह भी कहा कि इन कार्यों से हमें रोजगार मिल रहा है जिससे हम लोग परिवार की
देखभाल कर पाते हैं। मनरेगा योजना इसके लिए बेहद कारगर है। श्री पांडे ने निरीक्षण
के दौरान महिला में अंजू भाई से भी संवाद किया एवं निर्माणाधीन कार्यों के विषय
में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के दूषित क्षेत्रों में विशेष
रुप से साफ सफाई एवं पेयजल योजना पर कार्य योजना बनाकर जन जागरूकता के माध्यम से
निरंतर कार्य करने की आवश्यकता है। श्री पांडे ने निर्देशित किया उचित प्रबंधन एवं
योजना बनाकर आदर्श ग्राम की परिकल्पना को पूर्ण करें। श्री पांडे ने कहा कि
जनभागीदारी के माध्यम से अच्छे कार्य कार्य कराए जा सकते हैं अमृत सरोवर को
प्राकृतिक स्थल के रूप में विकसित किया जाए इनके आसपास वृक्षारोपण एवं अन्य
सौन्दरीयकरण की व्यवस्थाएं की जाएं। इन कार्यों की प्रॉपर मॉनिटरिंग दलों के
माध्यम से की जावे। स्व सहायता समूह के माध्यम से वृक्षारोपण के अंतर्गत फलदार
पौधे लगाने एवं विक्रय होने पर आय के स्रोत में वृद्धि होने से समूहों को रोजगार
मिलेगा। ऐसे रोजगारोंमुखी कार्यों की भी श्री पांडे ने तारीफ की। भ्रमण के दौरान
विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी रही।