‘सेवा सर्विस’ ट्रेनें उन सुदूरवर्ती इलाकों में कनेक्टिविटी प्रदान करेंगी जहां प्रीमियर ट्रेनों का ठहराव संभव नहीं है: श्री पीयूष गोयल
भारतीय रेलवे ने प्रमुख शहरों के आसपास के छोटे कस्बों को कनेक्टिविटी या रेल संपर्क सुलभ कराने के लिए आज 9 ‘सेवा सर्विस’ ट्रेनों के परिचालन का शुभारंभ किया। रेल और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, विज्ञान व प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस व इस्पात मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान के साथ मिलकर दिल्ली-शामली यात्री ट्रेन का शुभारंभ कर नई दिल्ली से इन सेवाओं की शुरुआत की। अन्य ट्रेनों को उन टर्मिनल स्टेशनों से संबंधित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए झंडी दिखाकर रवाना किया गया जहां इन रेलगाडि़यों का शुभारंभ किया जाना है। रेल राज्य मंत्री श्री सुरेश सी. अंगड़ी, लोकसभा सांसद श्रीमती मीनाक्षी लेखी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
आठ राज्यों में इन 9 ‘सेवा सर्विस’ ट्रेनों में से 4 ट्रेनें प्रतिदिन और अन्य 5 ट्रेनें सप्ताह में 6 दिन चलाई जाएंगी।
● वडनगर - महेसाणा डेमू (सप्ताह में 6 दिन) – गुजरात
● असरवा - हिम्मतनगर डेमू (सप्ताह में 6 दिन) – गुजरात
● करूर - सलेम डेमू (सप्ताह में 6 दिन) – तमिलनाडु
● कोयम्बटूर - पोलाची पैसेंजर ट्रेन (सप्ताह में 6 दिन) – तमिलनाडु
● कोयम्बटूर - पलानी पैसेंजर ट्रेन (प्रतिदिन) – तमिलनाडु
● यशवंतपुर - तुमकुर डेमू (सप्ताह में 6 दिन) - कर्नाटक
● मर्कोंगसेलेक - डिब्रूगढ़ पैसेंजर ट्रेन (प्रतिदिन) – असम
● भुवनेश्वर - नयागढ़ एक्सप्रेस (प्रतिदिन) – असम
● दिल्ली - शामली पैसेंजर ट्रेन (प्रतिदिन)
इस अवसर पर रेल और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि ये ट्रेनें उन सुदूरवर्ती इलाकों में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी जहां प्रीमियर ट्रेनों का ठहराव संभव नहीं है। ये ट्रेनें देश की आम जनता को सेवा प्रदान करने के लिए संपर्क रेलगाडि़यों के रूप में अपनी भूमिका निभाएंगी। श्री गोयल ने रेलवे से महात्मा गांधी के जुड़ाव को स्मरण किया। आज डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें स्मरण करते हुए श्री गोयल ने कहा कि रामेश्वरम में अपने बचपन के दिनों में पूर्व राष्ट्रपति का भारतीय रेलवे के साथ स्मरणीय अनुभव रहा था।
श्री गोयल ने कहा कि भारतीय रेलवे की ‘लागत में कमी व परिसंपत्तियों के इष्टतम उपयोग’ पहल के तहत अतिरिक्त रेकों के साथ इन 9 ‘सेवा सर्विस’ ट्रेनों का परिचालन शुरू करना एक अनूठी अवधारणा है। यह नए रोलिंग स्टॉक की मांग किए बिना रोलिंग स्टॉक का बेहतर उपयोग करने संबंधी भारतीय रेलवे की रणनीतियों का एक हिस्सा था। उन्होंने कहा, ‘इस अवसर पर मैं देश के आर्थिक एवं सामाजिक विकास के इंजन के रूप में रेलवे को रूपांतरित करने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन के लिए उनका धन्यवाद करता हूं।’
उन्होंने कहा कि रेलवे ने देश भर में रेलवे के परिसरों में साफ-सफाई के अभियानों, 5000 रेलवे स्टेशनों में वाई-फाई सुविधा, रेल पटरियों को स्वच्छ रखने के लिए रेल डिब्बों में बायो-टॉयलेट की व्यवस्था करने और देश भर में फैले रेलवे के अस्पतालों में आयुष्मान भारत की सुविधा जैसे रूपांतरणकारी कदम उठाए हैं।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने भुवनेश्वर से नयागढ़ तक एक नई सेवा ट्रेन चलाने के लिए श्री पीयूष गोयल और रेल मंत्रालय का आभार व्यक्त किया। उन्होंने ओडि़शा के विकास के लिए रेलवे द्वारा उठाए गए विभिन्न महत्वपूर्ण कदमों की भी सराहना की।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, विज्ञान व प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि नई सेवा ट्रेनें रास्ते में पड़ने वाले छोटे स्टेशनों को कनेक्ट करेगी। ये ट्रेनें विशेषकर उन आम लोगों के लिए अत्यंत लाभप्रद साबित होंगी जिन्हें नौकरी एवं शिक्षा के लिए महानगर आना पड़ता है। उन्होंने देश के आम नागरिकों के जीवन में बेहतरी के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम उठाने के लिए रेलवे का धन्यवाद किया।
रेल राज्य मंत्री श्री सुरेश सी. अंगड़ी ने कहा कि भारतीय रेलवे ने अपने यात्रियों को आरामदायक सेवाएं मुहैया कराने के लिए सदैव अथक प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि कम दूरी वाली सेवा ट्रेनें देश के आम लोगों के लिए वरदान साबित होंगी। श्री अंगड़ी ने कहा कि रेलवे अंतिम व्यक्ति तक कनेक्टिविटी सुलभ कराने और नागरिकों को बेहतर सेवाएं मुहैया कराने पर निरंतर फोकस करती रही है।
ये ट्रेनें ‘हब एंड स्पोक’ मॉडल के तहत चलाई जाएंगी जिससे यात्रियों को इन रेलगाडि़यों का उपयोग कर ‘हब’ तक पहुंचने और फिर अन्य प्रमुख स्टेशनों के लिए आगे की यात्रा करने में सुविधा होगी। भारतीय रेलवे ने छोटे शहरों एवं कस्बों के यात्रियों को बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए इसी मॉडल की तर्ज पर कई और रेलगाडि़यां चलाने की योजना बनाई है। इन उपायों से भारतीय रेलवे की कमाई भी बढ़ेगी जिससे अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में मदद मिलेगी।