भारत में इस समय कोरोनावायरस को काबू करने के लिए तीन वैक्सीन बनाने पर काम चल रहा है। दो स्वदेशी वैक्सीन हैं और एक ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी/एस्ट्राजेनेका की ओर से विकसित, जिसके ट्रायल्स सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया कर रहा है।
पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा वैक्सीन बनाने वाले देश के तौर पर भारत ने संकट में भी अवसर देखते हुए वैक्सीन डिप्लोमेसी पर काम शुरू कर दिया है। इसके तहत पांच रास्ते निकाले हैं। उन पर काम चल रहा है। इसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश जैसे देशों को फ्री वैक्सीन देने से लेकर पश्चिम एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के देशों को वैक्सीन पहुंचाना तक शामिल है।
केंद्र सरकार से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक प्लान अभी अंतिम रूप ले रहा है। उदाहरण के लिए भारत वैक्सीन सप्लाई के लिए यदि एक प्लेटफार्म बनाता है तो उसे लाइसेंसिंग एग्रीमेंट्स का ध्यान रखना होगा। उसके आधार पर ही तय होगा कि वैक्सीन को कहां बेचा जाएगा और कहां नहीं। इसके लिए नीति आयोग के डॉ. वीके पॉल की अध्यक्षता में वैक्सीन पर बने एक्सपर्ट ग्रुप की सलाह ली जा रही है। जब यह प्लान फाइनल हो जाएगा तो संभावित हितग्राहियों से एग्रीमेंट्स को अंतिम रूप दिया जाएगा।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2EJEJca