मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल की मनुआभान टेकरी पर अमृत परियोजना में निर्मित जलशोधन संयंत्र का लोकार्पण किया
मनुआभान जलशोधन संयंत्र की लागत 13.90 करोड़ है।
करबला इंटेकवेल और पंप हाउस की लागत 5.30 करोड़, रॉ वाटर राइजिंग मैन बिछाने की लागत
12.10 करोड़, 5
उच्चस्तरीय टंकियों की निर्माण लागत 7 करोड़, जल वितरण नालिकाओं और फीडरमैन बिछाने
की लागत 28.50 करोड़ है। पंप हाउस जलशोधन संयंत्र तक 8 एमएल व्यास के 5630 मीटर
पाईप का उपयोग किया गया है। विभिन्न टंकियों को भरने के लिए 300 से 800 मीटर व्यास
की फीडर लाइन बिछाई गई है।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल
की मनुआभान टेकरी पर अमृत परियोजना में निर्मित जलशोधन संयंत्र का लोकार्पण किया।
नगर निगम भोपाल ने 50 एमएलडी क्षमता के इस संयंत्र का निर्माण कर बड़ी झील से नगर
के विभिन्न इलाकों में उच्च स्तरीय टंकियों के माध्यम से जलप्रदाय करने के लिए
करवाया है। इस संयंत्र से करीब साढ़े तीन लाख आबादी को शुद्ध और सुचारू पेयजल
मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य प्रत्येक घर पर
स्वच्छ पेयजल पहुंचाना है। भोपाल के लांबाखेड़ा, संत हिरदाराम नगर, भानपुरा
सहित गोविंदपुरा, नरेला, हुजूर और बैरसिया क्षेत्र के अन्य कई इलाकों को नये संयंत्र का लाभ
मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राजधानी भोपाल को मिली इस सौगात के लिए
नागरिकों को बधाई दी। उन्होंने अधिकारियों को संयंत्र के सुचारू संचालन के निर्देश
भी दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जलशोधन संयंत्र के साथ ही इंटेकवेल एवं अलग-अलग
स्थानों पर बनी 23 उच्चस्तरीय टंकियों का संयुक्त लोकार्पण किया।
लोकार्पण कार्यक्रम में नागरीय विकास एवं आवास
मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, प्रोटेम
स्पीकर मध्यप्रदेश विधानसभा श्री रामेश्वर शर्मा, विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा, श्री सुरजीत सिंह चौहान, कमिश्नर भोपाल श्री कविन्द्र कियावत, पुलिस महानिरीक्षक श्री उपेन्द्र जैन, कलेक्टर भोपाल श्री अविनाश लवानिया और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।