इंदौर जिले में राज्य शासन के महिला एवं बाल
विकास विभाग एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में किशोर/किशोरी सशक्तिकरण
कार्यक्रम की प्रक्रिया शुरु की गयी है। इसमें बाल विवाह एवं बालकों के विरुद्ध
हिंसा की रोकथाम पर एकीकृत कार्ययोजना के माध्यम से कार्य किया जायेगा। इस हेतु
राज्य स्तरीय रणनीति कार्ययोजना महिला एंव बाल विकास द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से
तैयार की गयी है।
कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने इस कार्यक्रम के तहत तैयार कार्ययोजना का
प्रभावी क्रियांवयन करने के निर्देश दिये है। उन्होंने कार्ययोजना से जुड़े सभी संबंधित
विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि इस कार्ययोजना के तहत सौपे गये
दायित्वों का गंभीरता के साथ निर्वहन करें। योजना के तहत गतिविधियों का नियमित
संचालन हो। महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सी.एल. पासी ने
बताया कि राज्य स्तरीय रणनीति कार्ययोजना के आधार पर किशोर/किशोरी सशक्तिकरण हेतु
जिला स्तरीय कार्ययोजना विकसित की गयी है। जिसका प्रारुप संबंधित अधिकारियों को
भेजा गया है। उन्हें निर्देशित किया गया है कि अपने विभाग से संबंधित कार्ययोजना
की गतिविधियों का क्रियांवयन करें।
डॉ. पासी ने बताया कि कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तर पर जिला टास्कफोर्स
का गठन किया गया है। महिला बाल विकास विभाग की आयुक्त के निर्देशानुसार जिला स्तर
पर रणनीति कार्ययोजना के क्रियांवयन हेतु जिले में बेटी बचाओं-बेटी पढाओं योजना के
अंतर्गत टास्कफोर्स अथवा जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक में किशोर/किशोरी
सशक्तिकरण की नियमित समीक्षा की जायेगी। संबंधित अधिकारियों से कहा गया है कि वे
पालन प्रतिवेदन नियमित भेजते रहे, जिससे
की नियमित समीक्षा होती रहे। बताया गया कि इस कार्ययोजना में मुख्य रुप से महिला
एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य, शिक्षा, आदिवासी विकास, पंचायत
एवं ग्रामीण विकास, पुलिस, सामाजिक न्याय, खेल
एवं युवा कल्याण, श्रम, तकनीकी शिक्षा आदि विभागों की मुख्य भूमिका रहेगी।