केंद्र सरकार ने उच्च स्तरीय केंद्रीय टीम जम्मू के लिए रवाना की - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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शुक्रवार, 18 सितंबर 2020

केंद्र सरकार ने उच्च स्तरीय केंद्रीय टीम जम्मू के लिए रवाना की


केंद्रीय टीम कंटेंटमेंट जोन, निगरानी, ​​परीक्षण और कुशल नैदानिक ​​प्रबंधन को मजबूत करने में सहायता प्रदान करेगी

 

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने जम्मू में एक उच्च स्तरीय केंद्रीय टीम तैनात करने का निर्णय लिया है। जिले में हाल के दिनों में कोविड के नए मामलों में तेजी देखी गई है।

इस टीम में  नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के निदेशक डॉ. एस के सिंह और  पल्मोनरी क्रिटिकल केयरएम्सनई दिल्ली के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विजय हेडा शामिल हैं।

आपको बता दें कि हाल ही में एक विशेष टीम ने श्रीनगर घाटी का दौरा किया था। दो सदस्यीय उच्च स्तरीय टीम का नेतृत्व नीति आयोग  के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी. केपॉल और एनसीडीसी के निदेशक डॉ. एस के सिंह ने किया था। टीम ने घाटी के जिला कलेक्टरों के साथ कोविड प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा की थी। वर्तमान केंद्रीय टीम जम्मू के जिला कलेक्टरों और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बातचीत करेगी। यह बख्शीनगर और गांधीनगर के अस्पतालों का भी दौरा भी करेगी।

टीम पॉजिटिव मामलों की रोकथामनिगरानी​​परीक्षण और कुशल नैदानिक ​​प्रबंधन को मजबूत करने की दिशा में राज्य के प्रयासों में सहयोग करेगी। केंद्रीय टीम समय पर निदान और फॉलोअप से संबंधित चुनौतियों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने में भी मार्गदर्शन करेगी।

जम्मू में कोविड मामलों की कुल संख्या 9428 है। इनमें से 3196 मामले ठीक हो चुके हैं। कोविड से होने वाली मौतों की संख्या 117 बताई गई है। जिले में 6115 सक्रिय मामले हैं। एक सप्ताह पहले कुल मामले 6878 थे। जम्मू में 15.4 दिनों मामले दोगुने हो रहे हैं जबकि रिकवरी की दर 33.9% और सीएफआर 1.24% दर्ज की गई है।

कोविड प्रबंधन के लिए विभिन्न राज्यों / केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों के प्रयासों को मजबूत करने के लिए चल रहे प्रयासों के तहतकेंद्र सरकार समय-समय पर विभिन्न राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों का दौरा करने के लिए केंद्रीय दलों का गठन करते रहती है। ये दल राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के अधिकारियों के साथ बातचीत करते हैं और उनके सामने आने वाली चुनौतियों को जानते और समझते हैं ताकि उनके सामने आ रही अड़चनों को प्रभावी तरीके से दूर किया जा सके।