श्राद्धपक्ष में खरीदारी करना अशुभ नहीं होता है। इन दिनों में पितरों की पूजा करना शुभ बताया गया है। सालभर में सिर्फ श्राद्ध पक्ष में ही नहीं कुछ खास दिनों और पर्वों पर पितरों की तृप्ति के लिए श्राद्ध किया जाता है। काशी के ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्र का कहना है कि श्राद्धपक्ष मृत्यु या शोक से जुड़ा समय नहीं है। बल्कि पूजा-पाठ, दान और नियम-संयम से रहने का समय होता है। ग्रंथों में कहा गया है कि पूर्वजों की संतुष्टि के लिए किया गया दान और पूजा-पाठ ही श्राद्ध कहलाता है। श्राद्ध के दिनों में हर तरह के गलत काम से बचना चाहिए ना कि शुभ और पवित्र कामों से। इसलिए इन 16 दिनों खरीदारी की जा सकती है।
- पं. मिश्र के मुताबिक किसी भी ग्रंथ में इस बात का जिक्र नहीं है कि श्राद्धपक्ष में खरीदारी नहीं करनी चाहिए। पुराणों और स्मृति ग्रंथों में सिर्फ पितरों के लिए श्राद्ध की बात कही गई है। ज्योतिष ग्रंथ मुहूर्त चिंतामणि में बताया गया है कि पूरे साल खरीदारी की जा सकती है। जिसके लिए मुहूर्त भी दिए गए हैं। पं. मिश्र बताते हैं कि सिर्फ मृत्यु सूतक में ही शुभ कामों के लिए खरीदारी नहीं की जा सकती। इसके अलावा मांगलिक कामों की खरीदारी कभी भी की जा सकती है।
- कई लोगों का मानना है कि श्राद्ध पक्ष में कपड़े, घर, गाड़ी आदि की खरीदारी करने से दोष लगता है या पितृ देव नाराज हो जाएंगे। विद्वानों के मुताबिक ये बातें आधारहीन है। नई चीजें खरीदने और सुख बढ़ने से पितृ देवता कभी नाराज नहीं होते। बल्कि पितरों के प्रसन्न होने से ही घर में समृद्धि आती है। इसलिए श्राद्ध में खरीदारी की जा सकती है।
इस बार श्राद्ध पक्ष में खरीदारी के लिए यह शुभ मुहूर्त पढ़ रहे हैं
श्राद्ध पक्ष में खरीददारी करने के लिए सर्वार्थसिद्धि मुहूर्त 4 और 6 को था अब 8, 9, 13, 14 और 15 सितंबर को ये शुभ मुहूर्त है। इसके साथ ही त्रिपुष्कर योग 8 सितंबर को है। रवि पुष्य योग 13 सितंबर को एवं 2 रवियोग पड़ रहे है।
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