बालाघाट। जिले में कोरोना के आश्चर्यजनक पॉजिटिव मरिज सामने आया है जहां कोरोना टेस्ट कराये बगैर ही कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट बता दिया गया जी हां ऐसा ही मामला वारासिवनी तहसील अंतर्गत आशा कार्यकर्ता सावंगी की बिना टेस्ट कराये भी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट बताकर उसे कोविड सेंटर बूढ़ी में भर्ती करा दिया गया है। जिसमें डॉक्टर की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहें है.
कोरोना योद्धा कहें जाने
वाले आशा कार्यकर्ता की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सभी आशा कार्यकर्ताओं में भय
का माहौल है तो
वही बिना जाँच किये हुए पॉजिटिव रिपोर्ट कहें जाने के बाद ब्लॉक मेडिकल आफिसर की
लापरवाही का अंदेशा लग रहा है। एक ओर पॉजिटिव मरीज कह रहा है कि कोई सेंपल नहीं ले
गया तो वहीं ब्लॉक मेडिकल आफिसर वारासिवनी कह रहे है कि जॉच सेंपल ले जाया गया है।
इससे यहीं अंदेशा लगाया जा सकता है कोरोना काल में कोरोना यौद्धा की भूमिका निभा
रहे डॉक्टर की लापरवाही देखी जा सकती है। जिससे अब जिले में नागरिक भी सदमें में आ
गये।
जिले में बढ़ता कोरोना
संक्रामण का प्रकोप रूकने का नाम नहीं ले रहाा है कि जिसका कोरोना टेस्ट कराया
नहीं कि पॉजिटिव कैसे रिपोर्ट आई.......जब
कोरोना पॉजिटिव आशा कार्यकर्ता से चर्चा करने पर बताया गया कि वारासिवनी हॉस्पिटल
में 26 अगस्त को सभी वारासिवनी आशा कार्यकर्ताओं का कोरोना टेस्ट कराया गया था
लेकिन मैं कोई कारण वश वारासिवनी हॉस्पिटल कोरोना टेस्ट कराने नहीं पहुंच पाई थी
जिसके बाद 28 अगस्त को रिपोर्ट आई जिसमें वारासिवनी क्षेत्र के दो पॉजिटिव पाये गये
कहकर मुझे मुझे बताया जिसमें मेरा भी नाम आया है,
उसके
बाद डॉ. रविन्द्र ताथौड़ ब्लॉक मेडिकल आफिसर वारासिवनी के द्वारा भी अवगत कराया की
कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है उसके बाद सर को जानकारी भी दी की मेरे द्वारा कोई
टेस्ट नही कराया गया है फिर भी मुझे बालाघाट कोविड-19 सेंटर बूढ़ी में भर्ती करा
दिया है।
डॉ. रविन्द्र ताथौड़ ब्लॉक मेडिकल आफिसर वारासिवनी कहना है
वारासिवनी में दो
आशाकार्यकर्ताओं की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। जिसमें पूछे जाने पर बताया कि
दोनो का सेंपल 26 को लिया गया था उसके बाद ही रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। किन्तु जो
आरोप लगाया जा रहा है कि बिना सेंपल के पॉजिटिव आना यह नहीं हो सकता। पॉजिटिव मरीज
डर के भय में आपकों गलत जानकारी दे रही है।
डॉ. मनोज पांडे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बालाघाट
यह तो जानकारी आपके
द्वारा आश्चर्यजनक दि जा रही है। मुझे अभी कोई इस संबंध में जानकारी नहीं है ब्लॉक
मेडिकल आफिसर वारासिवनी से जानकारी लेने के बाद ही सही क्या है और गलत क्या है
उसका पता चलेगा।
भारतीय मजदूर संघ बालाघाट के जिला अध्यक्ष राजेश वर्मा ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन व श्री प्रभुराम चौधरी को पत्र लिखकर कहा कि बालाघाट जिले में कोविड-19 के नाम से डॉ रविन्द्र ताथोड़ ब्लॉक मेडिकल आफिसर सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र वारासिवनी द्वारा महिला कर्मचारियों को बिना कोविड-19 की जॉच करायें पॉजिटिव बताकर कोविड सेंटर में भर्ती कर दिया गया है। यह उच्चस्तरीय जॉच का विषय है इनकी उक्त भ्रष्टाचार तथा कार्यशैली से सरकार की छवि खरा हो रही है तथा प्रशासन की छवि पर विपरीत असर पड़ रहा है.
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