देवास जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम 28 सितम्बर से 07 अक्टूबर तक - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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गुरुवार, 24 सितंबर 2020

देवास जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम 28 सितम्बर से 07 अक्टूबर तक

 




1 से 19 वर्ष तक के सभी वर्ग को एल्बेंडाजोल गोली खिलाई जायेगी

कम्यूनिटी बेस्ट डोर टू डोर अप्रोच के माध्यम से होगा आयोजन

देवास 24 सितम्बर 2020

 मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एम.पी.शर्मा ने बताया कि कलेक्टरर श्री चन्द्र0मौली शुक्लाच के निर्देशन में जिले में 28 सितम्बर से 07 अक्टूबर 2020 तक ‘‘राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। कोविड-19 के कारण प्रदेश में विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों का संचालन संभव ना होने की दशा मंा राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम का क्रियान्वयन समुदाय आधारित गृह भ्रमण रणनीति कम्यूनिटी बेस्डक डोर टू डोर अप्रोच के माध्यम से किया जावेगा।

डॉ.एम.पी.शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के उपलक्ष्य में 28 सितम्बर से 07 अक्टूबर तक कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुये मध्यप्रदेश शासन द्वारा समुदाय में स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर को बनाये रखने के लिय विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं। भारत सरकार के निर्देशानुसार कोविड-19 के दौरान समुदाय स्तर पर समस्त आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को जारी रखने एवं कैपेनमोड सर्विसेस के अंतर्गत 1 से 19 वर्षीय समस्त हितग्राही वर्ग का कृमिनाशन किया जाना अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग के मैदानी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर 01 से 19 वर्षीय समस्त हितग्राहियों का कृमिनाशन किया जावेगा ताकि मिट्टी जनित कृमि संक्रमण की रोकथाम सुनिश्चित हो। बच्चों में कृमि संक्रमण व्यक्तिगत अस्वच्छता तथा संक्रमित दूषित मिट्टी के संपर्क से संभावित होता है। कृमि संक्रमण के बच्चों का जहां एक ओर शारीरिक और बौद्धिक विकास बाधित होता है कि, वहीं दूसरी ओर उनके पोषण स्तर पर दुष्प्रभाव पड़ता हैं 01 से 19 वर्षीय बच्चों का कृमिनाशन करना विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुसंसित एक साक्ष्य आधारित सकारात्मक रणनीति है।

   डॉ.एम.पी.शर्मा ने बताया ‘‘राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रमका क्रियान्वयन स्वास्थ्य विभाग महिला एवं बाल विकास विभाग के समन्वय से किया जावेगा। जिसमें स्कूल शिक्षा विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग, पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास विभाग आदि का सहयोग लिया जावेगा। मैदानी कार्यकर्ता ए.एन.एम., आशा, आशा सहयोगी तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा समुदाय में घर-घर जाकर 01 से 19 वर्षीय समस्त हितग्राहियों को एल्वेंडाजोल 400 मि.ग्रा. मीठी चबाने वाली गोली खिलाई जायेगी। 01 से 02 वर्ष के आयु वर्ग के लिए एल्वेंडाजोल 400 मि.ग्रा. की आधी गोली चूरा करके पीने का साफ पानी मिलाकर चम्मच से पिलाई जाएगी। 01 से 03 वर्ष आयु वर्ग के लिए एल्वेंडाजोल 400 मि.ग्रा. चूरा करके पीने के साफ पानी के साथ दी जाएगी। 03 से 19 वर्ष आयु वर्ग के लिए एल्वेंडाजोल 400 मि.ग्रा. की पूरी गोली पीने के साफ पानी के साथ दी जाएगी(इसे चबाकर खाना होगा)।

डॉ.एम.पी.शर्मा ने बताया ‘‘राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम‘‘ अंतर्गत ग्रह भेंट के दौरान मैदानी कार्यकर्ताओं द्वारा कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जावेगा। मास्क का प्रयोग अनिवार्य है। हाथों को अच्छी तरह से साबुन से साफ पानी से अथवा सेनेटाईजर से साफ करने के उपरांत ही बच्चों को एल्वेंडाजोल गोली का सेवन कराया जायेगा। जिन बच्चों को आई.डी.सी.एफ. कार्यक्रम के दौरान 05 वर्ष तक के बच्चों को ओ.आर.एस, का वितरण नहीं किया गया है, उन्हें ओ.आर.एस. पैकेट का वितरण किया जाएगा। माईक्रोप्लान-ग्रामवार लक्ष्य हितग्राहियों के अनुसार ‘‘ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र हेतु राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम का माईक्रोप्लान तैयार किया गया है।