भारत ने कोविड के कुल 10 करोड़ टेस्ट कराने का लक्ष्य पार किया |पिछले 24 घंटों में 14,42,722 टेस्टा कराए गए - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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शुक्रवार, 23 अक्तूबर 2020

भारत ने कोविड के कुल 10 करोड़ टेस्ट कराने का लक्ष्य पार किया |पिछले 24 घंटों में 14,42,722 टेस्टा कराए गए

 

भारत ने कोविड के कुल 10 करोड़ टेस्ट कराने का लक्ष्य पार किया

 

पिछले 1 करोड़ टेस्ट  9 दिनों में कराए गए

भारत ने जनवरी 2020 से अब तक कोविड-19 के अधिक-से-अधिक टेस्ट कराने के मामले में भारी वृद्धि दर्ज की है। उसने आज कुल 10 करोड़ (10,01,13,085) टेस्ट कराने का लक्ष्यो पार कर लिया ।



एक अन्य  उपलब्धि में पिछले 24 घंटों में 14,42,722 टेस्ट कराए गए।

देश में 2000 के करीब प्रयोगशालाएं खोले जाने के बाद हमारी टेस्ट कराने की क्षमता में भारी सुधार हुआ है। इसके अलावा, केन्द्रध और राज्यल/केन्द्रम शासित प्रदेशों के समन्वित प्रयासों से यह संभव हो सका है। अब प्रतिदिन 15 लाख से ज्यादा नमूनों की जांच का काम किया जा सकता है

देश के सभी हिस्सोंम में टेस्ट कराने की अवसंरचना के विस्ताार से कराए गए टेस्टि की संख्यां में भारी वृद्धि हुई है। देश में कुल 1989 जांच प्रयोगशालाएं हैं जिनमें से 1122 सरकारी प्रयोगशालाएं और 867 निजी प्रयोगशालाएं हैं।

इनसे सतत आधार पर प्रतिदिन टेस्टच कराने की क्षमता में भारी सुधार आया है और देश में पॉजिटिव मामलों की दर में पर्याप्तर गिरावट आई है। इससे यह संकेत मिलता है कि संक्रमण के प्रसार की दर पर प्रभावी तौर से लगाम लगाई जा सकी है। कुल टेस्ट  की संख्याे के 10 करोड़ का आंकड़ा पार कर जाने से समन्वित दर में गिरावट आ रही है। आज पॉजिटिव मामलों की राष्ट्री य दर 7.75 प्रतिशत हो गई है।

यह, केन्द्र सरकार की सफल टेस्टिंग‍, ट्रैकिंग, ट्रेसिंग, ट्रीीटिंग और टेक्नो।लॉजी की रणनीति का और राज्योंस/केन्द्रय शासित प्रदेशों द्वारा इसे प्रभावी तौर पर लागू किए जाने का नतीजा है।

विभिन्न् क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर की जा रही टेस्टिंग से पॉजिटिव मामलों की तत्काआल पहचान करने में सफलता मिली है। इसके अलावा, प्रभावी निगरानी और ट्रेसिंग के जरिए मामलों की जल्द  शिनाख्ता और अस्पंतालों और घरों एवं चिकित्साे केन्द्रों  में गंभीर मामलों का समय पर तथा प्रभावी उपचार किया जा सका है। इससे मृत्युसदर में धीरे-धीरे गिरावट आने लगी है।

पिछले 1 करोड़ टेस्ट  9 दिन में कराए गए।

15 राज्यों  और केन्द्रर शासित प्रदेशों ने राष्ट्री्य आंकड़े में पॉजिटिव मामलों की उच्चस दर दर्शाई है जिससे संकेत मिला है कि इन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर समन्वित टेस्टर कराए जाने की जरूरत है।