यूपी में जातीय दंगे फैलाने के लिये रातों रात बनाई गई 'जस्टिस फॅार हाथरस' नाम की वेबसाइस - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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मंगलवार, 6 अक्तूबर 2020

यूपी में जातीय दंगे फैलाने के लिये रातों रात बनाई गई 'जस्टिस फॅार हाथरस' नाम की वेबसाइस

हाथरस केस के बाद यूपी में जातीय दंगे फैलाने के लिये रातों रात बनाई गई 'जस्टिस फॅार हाथरस' नाम की वेबसाइस, जांच एजेंसियों के हाथ लगे अहम सुराग।

उत्तरप्रदेश के हाथरस में दलित युवती की हत्या की आड़ में प्रदेश तथा देश में जातीय हिंसा कराने के उदृदेश्य से बनाई गई एक वेबसाइट के खिलाफ जांच एजेंसियों को अहम सुराग मिले हैं, इस वेबसाइट में अमेरिका में हुए जातीय दंगों के तर्ज पर दंगे करने तथा उसके बाद बचने के तौर-तरीकों के बारे में बताया गया है, इस वेबसाइट से जुड़े अधिकांश लोगों नेे फेक आईडी का सहारा लिया है.



वेबसाइट में बताया गया है कि कोरोना की आड़ में मास्क का उपयोग करके पुलिस के बचा जा सकता है, इस वेबसाइट पर देश वालंटियर्स की मदद से हेट-स्पीच तैयार की गई थीं साथ ही भड़काउ राजनीति करने के लिये सामग्री भी उपलब्ध कराई गई थी।

इस वेबसाइट की फंडिंग के तार विदेशों से जुड़ रहें है इसमें एमनेस्टी इंटरनेशनल, PFI और SDPI जैसे संगठनों के नाम सामने आए हैं, इसके पूर्व भी दिल्ली में दंगे भड़काने के लिये फंडिंग मामले में पीएफआई का नाम सामने आ चुका है।


इस तरह सोशल मीडिया में फैलाई जा रही है फेक न्यूज





मथुरा में पीएफआई से जुड़े 4 लोगों को गिरफतार किया गया है, जिनपर दंगा फैलाने का आरोप है, इनके पास से मोबाइल, लैपटाप एवं आपत्तिजनक साहित्य जब्त किये गये है।

 


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अक्टूबर रात को जैसे ही पुलिस की छापेमारी शुरू हुई, यह वेबसाइट बंद हो गई।

जातीय हिंसा फैलाने के लिये बड़े पैमाने पर फेक न्यूज तैयार की गईं और उन्हें विभिन्न सोशल मीडिया वेबसाइट पर फैलाया गया, इसके साथ ही पुलिस के हाथ कुछ बड़े सबूत लगे हैं, जिसमें सरकार के खिलाफ बयान देने के लिये परिवार को 50 लाख से 1 करोड़ तक देने का लालच दिया गया था।