MP Fake Marksheet News
मध्य प्रदेश के जबलपुर में फर्जी मार्कशीट बेचने के गोरखधंधे का पर्दाफाश हुआ है। यह गिरोह 10वीं से लेकर एमए तक के फर्जी मार्कशीट बनाकर बेचता था। गिरोह के तीन सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़े हैं, जिन्होंने इस गोरखधंधे की जानकारी दी है। पुलिस ने बताया कि पिछले कई सालों से 10वीं और 12वीं की परीक्षा में फेल हो रहे छात्रों को फर्जी मार्कशीट दिलाने का गोरखधंधा फलफूल रहा था, लेकिन इस गिरोह के सदस्य लगातार पुलिस को चकमा देने में सफल हो रहे थे।
हाल ही में क्राइम ब्रांच को मुखबिर द्वारा इस गिरोह के सदस्यों की
जानकारी मिली, जिसके बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस गोरखधंधे से पर्दा तब उठा जब एक स्टूडेंट ने इस मार्कशीट के आधार पर नौकरी के लिए आवेदन किया। कागजात की पड़ताल में पता चला की मार्कशीट फर्जी है। इसके बाद स्टूडेंट की शिकायत पर पुलिस फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह तक पहुंची।
पुलिस को इनके पास से फर्जी मार्कशीट बनाने के दस्तावेजे बरामद हुए हैं। पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों में प्रेम कुमार, संजय यादव और अजय विश्वकर्मा शामिल है। इन लोगों ने मार्कशीट बनाने के लिए एक फर्जी वेबसाइट भी तैयार की थी, जिसके माध्यम से वह दसवीं और बारहवीं में फेल हुए छात्रों से संपर्क करते थे।
गिरोह के सदस्य छात्रों को झांसे में लेकर 20 से 30 हजार रुपए में फर्जी मार्कशीट तैयार करके देते थे। पुलिस फिलहाल तीनों आरोपियों से यह पता लगाने में जुटी है कि उन्होंने कितने छात्रों को फर्जी मार्कशीट मुहैया कराई है।