पाकिस्तान में एक और ऐतिहासिक हिन्दू मंदिर को कट्टरपंथियों ने किया आग के हवाले
पाकिस्तान (Pakistan) में हिंदू मंदिरों में तोड़-फोड़ करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) प्रांत के कोहाट में बुधवार को स्थानीय मौलवियों के नेतृत्व में बेकाबू भीड़ ने एक हिंदू मंदिर (Hindu Temple) में जमकर तोड़फोड़ की. जब इतने से भी कट्टरपंथियों का मन नहीं भरा, तो मंदिर को आग के हवाले कर दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें कुछ लोगों को मंदिर की दीवारों और छत को तोड़ते हुए दिखाया गया है. इससे पहले भी पाकिस्तान में कई हिंदू मंदिरों पर हमले हुए हैं.
मंदिर विस्तार की प्रशासन से ली थी अनुमति
हिंदू मंदिर (Hindu Temple) पर हमले का वीडियो ‘वॉयर ऑफ पाकिस्तान माइनॉरिटी’ नाम के एक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया गया है. ट्वीट में लिखा गया है कि कोहाट के करक जिले में भीड़ ने हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की. वजह का अब तक पता नहीं चल सका है, लेकिन ये दर्शाता है कि पाकिस्तान (Pakistan) में अल्पसंख्यकों के प्रति मुस्लिमों का क्या रवैया है. हालांकि, एक पत्रकार के मुताबिक, हिंदुओं ने मंदिर का विस्तार करने के लिए प्रशासन से अनुमति ली थी, जिसके बाद स्थानीय मौलवियों के नेतृत्व में मंदिर को तोड़ दिया गया.
Latest visuals from KPK, an extremist mob of Muslims are burning and razing down a #Hindu temple in Karak.
— Voice of Pakistan Minority (@voice_minority) December 30, 2020
The reason is unknown but look at the hatred they have towards the religious minorities.
A little argument is all it takes here to destroy the lives of minorities. pic.twitter.com/rtoKFyk7yi
हाथ पर हाथ रख कर खड़ी रही पाकिस्तान पुलिस
कहा जा रहा है कि जिस समय बेकाबू भीड़ मंदिर में तोड़फोड़ कर रही थी, स्थानीय प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मूक दर्शक बने रहे. एक पाकिस्तानी महिला पत्रकार ने इस घटना की निंदा करते हुए ट्वीट किया है, ‘करक जिले के तेरी गांव में स्थित ऐतिहासिक मंदिर और परमहंस जी महाराज की समाधि का 2015 में एक सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार जीर्णोद्धार और विस्तार किया जा रहा था. इस मंदिर को इससे पहले 1997 में एक स्थानीय मुफ्ती ने नष्ट कर दिया था और इस पर अवैध कब्जा कर लिया था’.
इसके पहले अक्टूबर में भी एक मंदिर पर हुआ था अटैक
वैसे ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले अक्टूबर में, पाकिस्तान के दक्षिण-पूर्व सिंध प्रांत में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी. पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता अशोक कुमार ने आरोप लगाया था कि मोहम्मद इस्माइल नामक व्यक्ति ने मंदिर में रखी मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया और मौके से फरार हो गया. बता दें कि पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, यहां करीब 75 लाख हिंदू रहते हैं, जिनमें से ज्यादातर सिंध प्रांत में हैं. सिंध में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा की खबरें अक्सर सुनाई देती हैं.