मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने बड़ी कक्षाओं का परिणाम सुधारने के लिए कमर कस ली है। नई पहल के तहत पिछले साल के राज्य के औसत रिजल्ट के आधार पर स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रिंसिपलों को टारगेट दिए हैं। विभाग ने कहा है कि उत्कृष्ट रिजल्ट वाले प्रिंसिपलों को इनाम और खराब प्रदर्शन वाले स्कूल के प्रिंसिपलों को दंड दिया जाएगा। निर्देश दिए गए हैं कि इस साल किसी भी कक्षवार पास प्रतिशत पिछली बार के राज्य के औसत पास प्रतिशत से कम नहीं होना चाहिए। इसमें 9वीं में 59 फीसदी, 10वीं में 64 फीसदी, 11वीं में 81 फीसदी और 12वीं में 73 फीसदी है।
राज्य औसत से पूर्व से ही अधिक परीक्षा परिणाम होने पर न्यूनतम पांच फीसदी वृद्धि का लक्ष्य रखना होगा। जिलो से टारगेट निर्धारण की रिपोर्ट 25 जनवरी तक मांगी गई है।
अगर तय लक्ष्य से 10 फीसदी कम परिणाम आया तो कोई कार्रवाई नहीं होगी। अगर लक्ष्य से 11 से 20% कम आया तो एक इंक्रीमेंट रुकेगा। अगर 21 से 40 फीसदी कमी रही तो दो इंक्रीमेंट रोके जाएंगे। अगर 40 प्रतिशत से कम आया तो विभागीय जांच कराई जाएगी, अनुशासनात्मक कार्रवाई भी होगी।
एमपी बोर्ड 10वीं-12वीं की परीक्षा 30 अप्रैल से होने जा रही है। 9वीं और 11वीं की परीक्षा तिथि अभी घोषित नहीं की गई है।