रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी :श्री सुनीत शर्मा
श्री सुनीत शर्मा ने रेलवे बोर्ड (रेल
मंत्रालय) के नये अध्यहक्ष एवं मुख्यख कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) तथा भारत सरकार के
पदेन प्रमुख सचिव का पदभार संभाल लिया है। मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने श्री
सुनीत शर्मा की रेलवे बोर्ड के अध्य क्ष एवं सीईओ के रूप में नियुक्ति को मंजूरी
दी है। इससे पूर्व श्री सुनीत शर्मा पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक के रूप में काम कर
रहे थे।
श्री सुनीत शर्मा ने वर्ष 1979 में एक स्पेधशल
क्ला्स अप्रेन्टिस के रूप में भारतीय रेलवे में नियुक्ति पाई थी। उस समय वे आईआईटी
कानपुर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे। श्री सुनीत शर्मा मैकेनिकल और
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नाकतक हैं और उन्हेंु भारतीय रेलवे में विभिन्नर
पदों पर काम करने का 40 वर्ष से अधिक का अनुभव प्राप्ते है। उन्हों ने ऑपरेशनल
वर्किंग, शेड डिपो और वर्कशॉप में स्टिन्टर भी
किया है। वे मुंबई में परेल वर्कशॉप के मुख्य। कार्यशाला प्रबंधक भी रहे, जहां उन्होंगने पर्वतीय रेलवे के लिए
नेरो गेज लोकोमोटिव्जय के निर्माण में महत्व पूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्हों ने
मुंबई के निकट विरासत माथेरान लाइन के लिए पुराने नेरो गेज भाप इंजन की बहाली भी
की थी। वर्ष 2006 में मुंबई उपनगरीय रेल विस्फोेटों के दौरान श्री शर्मा उस टीम का
हिस्से थे, जिसने इन आतंकवादी हमलों के कुछ घंटों के दौरान ही उपनगरीय नेटवर्क
को ठीक कर दिया था। मुंबई सीएसटी के एडीआरएम के रूप में उन्हेंक उपनगरीय नेटवर्क
की सेवा बढ़ाने का श्रेय भी प्राप्तट है, जिसे मुंबई की जीवन रेखा माना जाता है। 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों
के दौरान भी, वह उस टीम का हिस्सा थे जिसने मुंबई
सीएसटी, मध्य रेलवे पर हुए हमलों के बाद सेवा
सुचारू रूप से शुरू करने का प्रबंधन किया था। पुणे में डीआरएम के रूप में बुनियादी
ढाँचे का विस्ताार करने में उन्हों ने महत्वरपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसके कारण परिचालन क्षमता में बढ़ोतरी
हुई थी। डीजल लोकोमोटिव वाराणसी में मुख्य यांत्रिक अभियंता के रूप में विद्युत
लोकोमोटिव उत्पा दन शुरू करने वाली टीम का उन्होंनने नेतृत्वी किया था। डीजल
इंजनों को इलेक्ट्रिक इंजन में परिवर्तित करने का काम उन्हीं के नेतृत्वी में हुआ था। यह कार्य दुनिया में
कहीं भी पहली बार उनके नेतृत्वम में ही रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया था।
मॉडर्न कोच फैक्ट्री, रायबरेली के महाप्रबंधक रूप में
उन्होंने एक वर्ष में बहुत अधिक आवश्यक आधुनिक यात्री डिब्बों का निर्माण दोगुना
करने का कीर्तिमान स्थापित किया था।
पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक रूप में उन्होंने
माल गाड़ियों की गति रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ाने की पहल शुरू की थी। उन्होंाने नई
लाइनों की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया, जिससे न केवल परिचालन दक्षता बढ़ी, बल्कि स्थानीय क्षेत्रों का विकास भी
हुआ। उन्हें काम को आसान बनाने और
प्रशासनिक सुधारों के लिए प्रणालीगत बदलाव लाने के लिए भी जाना जाता है।
अपने करियर के दौरान उन्होंने अनेक पेशेवर पुरस्कार भी जीते हैं।
महाप्रबंधक, (मॉडर्न कोच फैक्टरी रायबरेली) और मुख्य
यांत्रिक इंजीनियर, (बनारस लोकोमोटिव वर्क्स) के रूप में
काम करने के दौरान उन्हों ने सर्वश्रेष्ठ् उत्पादन इकाइयों के लिए पुरस्कार जीते
हैं। सुनीत शर्मा ने जर्मनी और फ्रांस में व्यहवसायिक प्रशिक्षण प्राप्तत किया है
और उन्होंने अमेरिका में कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय के उन्नत नेतृत्व और प्रबंधन
पाठ्यक्रमों में भी भाग लिया है। उन्होंने लोकोमोटिव के निर्माण के लिए एक सलाहकार
के रूप में ईरान का भी दौरा किया है।
श्री शर्मा एक उत्साही खिलाड़ी भी हैं। उन्हों ने प्रतियोगिता स्त र पर बिलियर्ड्स और स्नूकर भी खेला है। वे एक जाने-माने गोल्फ, बैडमिंटन और स्क्वैश खिलाड़ी भी हैं।