माण्डू उत्सव 2021 : 13 फरवरी और खजुराहो उत्सव 20 फरवरी से होगा शुरू | Mandu Festivals-2021 - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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बुधवार, 10 फ़रवरी 2021

माण्डू उत्सव 2021 : 13 फरवरी और खजुराहो उत्सव 20 फरवरी से होगा शुरू | Mandu Festivals-2021

'मांडू फेस्टिवल-2021 |माण्डू उत्सव 2021

खजुराहो नृत्य समारोह-2021

शहूर प्राचीन शहर मांडू में आगामी 13-15 फरवरी को 'मांडू फेस्टिवल' और विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में 20 से 26 फरवरी तक खजुराहो नृत्य समारोह-2021 का आयोजन मध्यप्रदेश शासन और एमपी टूरिज्म बोर्ड द्वारा किया जायेगा। 


यह बात संस्कृति, पर्यटन और अध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने मिंटो भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में वर्चुअली संबोधन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण दौर में भी पर्यटन और संस्कृति विभाग ने सभी लोक-परंपराओं, रीति-रिवाजों और उत्सवों को जनता के बीच पहुँचाया है, ताकि मध्यप्रदेश की जनता इस कठिन दौर के अवसादों और तकलीफों से बाहर आ सके। उन्होंने सभी पर्यटकों को इन उत्सवों में सादर आमंत्रित किया।

 

माण्डू उत्सव 2021

प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन श्री शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि प्राचीन शहर मांडू में उत्सव के दौरान ऐतिहासिक शहर के अनेक रोचक पहलुओं से पर्यटकों को अवगत कराया जाएगा। उत्सव के दौरान कबीर कैफे और मुक्त म्यूजिक बैंड के साथ ही स्थानीय कलाकार भी मनमोहक प्रस्तुति देंगे। प्रातःकालीन योग सत्र, हेरिटेज वॉक्स, साइकिलिंग टूर, स्टोरी टेलिंग, ट्रेजर हंट, फोटो प्रतियोगिता जैसी रोचक गतिविधियों में हिस्सा लेने के साथ स्थानीय संस्कृति, कला और स्थानीय व्यंजनों के स्वाद से पर्यटक परिचित होंगे।

 

खजुराहो नृत्य समारोह-2021 20 से 26 फरवरी

प्रमुख सचिव ने बताया कि संस्कृति विभाग द्वारा उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी भोपाल के माध्यम से विश्व-प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में 20 से 26 फरवरी 2021 तक खजुराहो नृत्य समारोह-2021 का आयोजन किया जा रहा है।


भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों पर केन्द्रित यह देश का शीर्षस्थ समारोह है, जो राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त है। इस समारोह में देश एवं विश्व के विख्यात कलाकार अपनी नृत्य प्रस्तुतियाँ देंगे। यहाँ भारतीय नृत्य-शैलियों के सांस्कृतिक परिदृश्य एवं कला-यात्रा की प्रदर्शनी भरतनाट्यम पर एकाग्र-नेपथ्य, ललित कलाओं का मेला-आर्ट-मार्ट, संस्कृति के विभिन्न आयामों पर विमर्श-कलावार्ता, देशज कला परम्परा का मेला-हुनर के साथ-साथ कला, कलाकार एवं कला परम्परा पर केन्द्रित फिल्मों का उपक्रम-चलचित्र और टेराकोटा एवं सिरेमिक पर केन्द्रित कार्यशाला एवं प्रदर्शनी-समष्टि जैसे प्रमुख आयोजन होंगे।

 

कार्यक्रम के दौरान गत वर्ष हुए मांडू उत्सव की झलक और मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा कोविड-19 के दौरान एवं पश्चात किए गए नवाचारों को प्रदर्शित करते हुए वीडियो दिखाए गए। श्री शुक्ला ने बताया कि पर्यटन विभाग 'पर्यटन सबके लिए-सबके लिए सहज' के उद्देश्य को लेकर सतत प्रयासरत है। पर्यटन के प्रमुख क्षेत्र वाइल्ड लाइफ टूरिज्म, हेरिटेज टूरिज्म और पिलग्रिमेज टूरिज्म की सभी संभावनाओं को विकसित किया जा रहा है। सभी उम्र के व्यक्तियों को रुचियों को ध्यान में रखकर गतिविधियाँ आयोजित की जा रही है। रूरल टूरिज्म, हेरिटेज वॉक, इंस्टाग्राम मांडू टूर, साइकिल टूर, आर्ट एंड क्राफ्ट बाजार, म्यूजिकल कंसर्ट और फूड बाजार जैसे नवाचारों को शामिल किया गया है।

 

प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने बताया कि एडवेंचर टूरिज्म के लिए प्रदेश में 30 से ज्यादा कैंपिंग साइट विकसित किए जा चुके हैं। हॉली-डे को 'एक्टिव हॉली-डे' में परिवर्तित करने के प्रयास किए जा रहे है। इसके लिए टूर-डे सतपुड़ा, हेरिटेज रन, पंचमढ़ी मॉनसून मैराथन जैसे कार्यक्रमों की श्रृंखला शुरू की गई है।

 

श्री शुक्ला ने बताया कि पर्यटन और संस्कृति विभाग द्वारा पोस्ट कोविड गतिविधियों में बाँधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में बैलून सफारी, टाइग्रेस ऑन ट्रेल, भोपाल में प्रदेश का पहले ड्राइव इन सिनेमा की शुरूआत आदि प्रमुख नवाचार रहे है। मध्यप्रदेश को '365 डेज का टूरिस्ट डेस्टिनेशन' बनाने का संकल्प लेकर सतत प्रयास किये जा रहे हैं। वार्षिक आयोजनों की श्रृंखला में जल-महोत्सव के 5 संस्करण और ओरछा महोत्सव का आयोजन किया गया है। वेब सीरीज पंचायत, गुल्लक और धाकड़ जैसी फिल्मों के फिल्मांकन से मध्यप्रदेश में टूरिज्म और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसी दिशा में 'ग्रामीण पर्यटन' की संकल्पना पर वैल्यू फॉर मनी डेस्टिनेशन के विकास पर कार्य किया जा रहा है, जिसमे स्थानीय लोगों को भागीदार बनाया जाएगा। इससे क्षेत्र विशेष की संस्कृति और धरोहर से पर्यटक परिचित हो सकेंगे।

 

प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने बताया कि मध्यप्रदेश को 'वैलनेस एंड माइंडफुल टूरिज्म' के केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में सतत प्रयास जारी है। पर्यटकों को पर्यटन के साथ-साथ योग, ध्यान और नेचुरोपैथी आदि से जोड़ा जाएगा। 'आस-पास टूरिज्म' की अवधारणा पर पड़ोसी राज्य के पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए छोटी अवधि के टूर प्लान बनाए गए हैं। पर्यटन विभाग का प्रयास है कि पर्यटकों को कोई असुविधा नहीं हो और वे मध्यप्रदेश से अविस्मरणीय अनुभवों को अपने साथ ले जाएँ। प्रदेश की संस्कृति भी पर्यटन का प्रमुख आधार है। पर्यटन के साथ-साथ क्षेत्र विशेष की संस्कृति, धरोहर, परंपराओं, रीति-रिवाजों और खान-पान से भी पर्यटकों को अवगत कराया जाएगा।

 

कार्यक्रम में प्रबंध निदेशक मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम श्री एस. विश्वनाथन और अतिरिक्त प्रबंध निदेशक मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड सुश्री सोनिया मीणा सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।

 

माण्डू उत्सव 2021 13-15 फरवरी 

खजुराहो नृत्य समारोह-2021 20 से 26 फरवरी