हिंदू युवक की कोरोना से मौत और मुस्लिम युवक द्वारा अंतिम संस्कार की फेक रिपोर्ट लिखने पर पत्रकार ने मांगी माफ़ी
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर बहुत तेजी से वायरल हो रही थी जिसमें एक दैनिक न्यूज़पेपर मैं छपी खबर का हवाला देकर बताया जा रहा था कि एक हिंदू युवक अनुभव शर्मा की कोरोना से मृत्यु होने पर उसका अंतिम संस्कार करने परिवार और समाज के लोग आगे नहीं आए तब एक मुस्लिम युवक यूनिस ने उस युवक का हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया. इस खबर को बहुत बड़े-बड़े पत्रकार एवं फैक्ट चेक एजेंसी के कोफाउंडर ने भी सोशल मीडिया पर शेयर किया था,
![]() |
सोशल मीडिया में वायरल फेक न्यूज़ |
![]() |
वरिष्ठ पत्रकार द्वारा भी इस फेक न्यूज़ को शेयर किया गया |
लेकिन स्वराज के रिपोर्टर ने जब अनुभव शर्मा के बड़े भाई शरद शर्मा से संपर्क किया तो पता चला कि अनुभव की मृत्यु कोरोना से नहीं हुई थी और परिवार के सदस्यों ने उसका अंतिम संस्कार किया था। सोशल मीडिया पोस्ट को भ्रामक बताते हुए शर्मा ने कहा, “मैंने अपने हाथों से अपने भाई का अंतिम संस्कार किया है। मेरे परिवार के लोग और समुदाय के लोग, सभी मौजूद थे.
इसके अतिरिक्त स्वाति गोयलशर्मा ने भी अनुभव के बड़े भाई से हुई बात का ऑडियो ट्विटर पर शेयर किया है जिसमें अनुभव के बड़े भाई साफ-साफ बोल रहे हैं कि अनुभव का अंतिम संस्कार उनके द्वारा किया गया है.
”This is my audio conversation with Anubhav's brother Sharad. Sharing it in two parts.
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) April 29, 2021
Part 1 - Sharad tells me he performed the last rites in presence of his family and samaj. It was Amar Ujala that published a report using a picture out of context without talking to anybody pic.twitter.com/pwT04og25J
शर्मा के अनुसार मोहम्मद यूनुस परिवार के लिए ड्राइवर का काम करता था और अनुभव का एक अच्छा दोस्त था। उन्होंने कहा, "वो मेरा भी दोस्त है और वो हर समय हमारे साथ था, लेकिन अंतिम संस्कार मेरे परिवार और मेरे समुदाय की उपस्थिति में किया गया।" शर्मा ने स्पष्ट किया कि यूनुस ने राल को चिता में जोड़ा था.
न्यूज़ पेपर में रिपोर्ट लिखने वाले कासिफ काकवी ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए गलत सूचना फैलाने के लिए माफी मांगी है.
![]() |
खबर लिखने वाले काशिफ काकवी का माफीनामा |