Fact Check- पुलिस अधिकारी द्वारा एक युवक और फिर युवती को गोली मारने के दावे की क्या है सच्चाई ?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने मामूली विवाद में पहले एक युवक और फिर उसकी दोस्त के सीने में गोली मार दिया।
कुछ जगह यह दावा उत्तर प्रदेश पुलिस के नाम से किया जा रहा है तो कुछ जगह मध्य प्रदेश पुलिस के नाम से.
Fact Check
इस वीडयो और उसके साथ किये दावे की जांच करने के दौरान हमारी नजर उत्तर प्रदेश की पुलिस के एक अधिकारी राहुल श्रीवास्तव के ट्वीट पर पड़ी जिसमे वे सोशल मीडिया पर किये जा रहे दावों की पोल खोल रहे हैं
उत्तर प्रदेश में आतंकवाद निरोधी दस्ते के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल श्रीवास्तव ने अपने ट्विटर अकाउंट पर वीडियो साझा करते हुए कहा कि इस वीडियो से भ्रम और पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं, उन्होंने आगे कहा कि फैक्ट चेक के बाद पता चला है कि यह वीडियो हरियाणा के करनाल में एक कैफे के बाहर शूट की गई एक वेब सीरीज का हिस्ता है। करनाल स्थित "फ्रेंड्स कैफे" के मैनेजर ने भी इसकी पुष्टि की है।
#FactCheck- A video of a gory murder by a cop outside a restaurant is floating since today morning on #socialmedia, triggering queries & confusion.On verification, it’s attributed to a #webseries shot outside ‘Friends Cafe’ in Karnal Haryana as per the manager of the Cafe. pic.twitter.com/63GHkScx9j— RAHUL SRIVASTAV (@upcoprahul) April 12, 2021
आपको बता दें कि वायरल वीडियो में एक युवक और पुलिस वाले के बीच लड़ाई होती है जिसके बाद वह उसे धक्का देता है। चंद सेकंड के भीतर, वह अपनी बंदूक निकाल लेता है और उस आदमी के सीने में मारता है। इसके बाद वही खड़ी लड़के की दोस्त रोने लगती है और उसके बगल में बैठ जाती है। इसके बाद पुलिस अधिकारी उसे भी गोली मार देता है।
इस वीडियो के साथ साथ पुलिस अधिकारियों ने शूटिंग की दूसरी क्लिप शेयर की है जिसमें साफ़ दिख रहा है कि गोली मारने का यह सीन एक वेब सीरीज की शूटिंग का हिस्सा है
#FactCheck-II-A preparatory video of the shoot of the alleged ‘shooting’ of a couple by #Police.
— RAHUL SRIVASTAV (@upcoprahul) April 13, 2021
Please abstain from such ‘fictional forwards’ on #Socialmedia without verification.
They can be part of a film shoot, old, edited & out of context.#ShootTheFakeNews #FakeNews https://t.co/WYoIYr5gBk pic.twitter.com/5tgBFHMNUH
इस वीडियो को सहारा लेकर कुछ लोगों ने ट्विटर पर उत्तर प्रदेश के साथ साथ मध्यप्रदेश पुलिस को ट्रोल करने की कोशिश की।
हालांकि फैक्ट चेक करने पर सोशल मीडिया में किये जा रहे दावों की हवा निकल गई।
इस प्रकार हमने पाया कि वीडियो के साथ किए जा रहे दावे झूठे हैं तथा यह वीडियो एक बेब सीरीज का हिस्सा है वास्तविक नहीं.