Twitter के आरोपों पर सरकार का पलटवार, सरकार को बदनाम करने की कोशिश ना करे Twitter
सरकार द्वारा 3 महीने पहले लाए गए नए डिजिटल नियमों को लागू करने को लेकर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और सरकार आमने-सामने है जहां कल व्हाट्सएप सरकार के खिलाफ कोर्ट पहुंच गई थी वहीं आज ट्विटर ने सरकार को नए डिजिटल नियम और अपने ऑफिस में पुलिस जाने को लेकर घेरा. अब सरकार प्रेस रिलीज जारी करके Twitter के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण और विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश को बदनाम करने की की साजिश करार दिया.
गौरतलब है कि आज ट्विटर ने भारत मे अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की थी, जिसके बाद विवाद पैदा हो गया था.
सरकार ने मिनिस्ट्री के हैंडल से कू ऐप पर प्रेस रिलीज जारी किया है. कहा गया है, Twitter का ये बयान दुनिया के सबसे सबसे बड़े लोकतंत्र पर अपनी शर्तें थोपने की कोशिश है. Twitter उन नियमों को मानने से इनकार कर रहा है। जिनके आधार पर उसे आपराधिक दायित्व से प्रोटेक्शन मिलता है. भारत में बोलने की आजादी और लोकतांत्रिक प्रथाओं की सदियों पुरानी एक गौरवशाली परंपरा रही है.
Press Release by Ministry of Electronics and IT in response to the statements made by Twitter Inc. pic.twitter.com/hQxCGuoEaG
— Ministry of Electronics & IT (@GoI_MeitY) May 27, 2021
भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करना केवल ट्विटर जैसे निजी लाभकारी विदेशी संस्था का विशेषाधिकार नहीं है, एक ओर जहां Twitter फ्री स्पीच की बात करता है वही इसके विपरीत आचरण करता है , इसको लेकर इसके ही उदाहरण से समझा जा सकता है
अपनी अपारदर्शी नीतियों की वजह से Twitter लोगों के अकाउंट बंद कर देता है और बिना किसी कारण मनमाने तरीके से ट्वीट हटा देता है, नीति और कानून बनाना संप्रभु का एकमात्र विशेषाधिकार है जबकि Twitter केवल एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है. भारत में नियम और कानून की रूपरेखा क्या होनी चाहिए यह Twitter तय नहीं कर सकता.
सरकार आश्वस्त करना चाहती है Twitter सहित सोशल मीडिया कंपनियों के प्रतिनिधि भारत में हमेशा सेफ हैं और रहेंगे. उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा और सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है. सरकार ट्विटर के दुर्भाग्यपूर्ण बयान को पूरी तरह से निराधार, झूठा और भारत को बदनाम करने की कोशिश की निंदा करती है.