TMC नेताओं कि गिरफ़्तारी को लेकर कार्यकर्ताओं ने CBI ऑफिस के बाहर किया हंगामा और पत्थरबाजी.
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बड़ी संख्या में टीएमसी कार्यकर्ता सीबीआई ऑफिस के बाहर इकट्ठा होकर कर रहे थे हंगामा इसी दौरान सेंट्रल फोर्स पर की पत्थरबाजी
टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी का कर रहे थे विरोध
नारदा टीवी स्टिंग ऑपरेशन मामले में आज गिरफ्तार किया गया है 4 TMC नेताओं को
आज पश्चिम बंगाल में CBI द्वारा नारदा स्टिंग मामले में 4 टीएमसी नेता को गिरफ्तार किया, इसके विरोध में बड़ी संख्या में टीएमसी कार्यकर्ता CBI ऑफिस के बाहर इकट्ठा हो गए, इस दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया और केंद्रीय बल पर पत्थरबाजी भी की.
#WATCH | TMC protesters pelted stones on security forces in West Bengal outside the CBI office. pic.twitter.com/GxGUZmIQxe
— ANI (@ANI) May 17, 2021
गौरतलब है कि CBI मंत्री फिरहाद हाकिम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता शोभन चटर्जी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है. नारदा स्टिंग मामले में कुछ नेताओं की तरफ से कथित तौर पर धन लिए जाने के मामले का खुलासा हुआ था.
सुबह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने नेताओं के साथ पहुंची थीं सीबीआई कार्यालय
सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई इसलिए की गई, क्योंकि केंद्रीय जांच एजेंसी स्टिंग टेप मामले में अपना आरोपपत्र दाखिल करने वाली है. चारों नेताओं को सोमवार सुबह कोलकाता के निजाम पैलेस में सीबीआई कार्यालय ले जाया गया. इन नेताओं की गिरफ्तारी की खबरें आने के तुरंत बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने नेताओं के साथ सीबीआई कार्यालय पहुंच गयीं थीं .
सीबीआई ने नारदा स्टिंग ऑपरेशन मामले में पश्चिम बंगाल सरकार के 4 तत्कालीन मंत्रियों (फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चटर्जी) को गिरफ़्तार किया है: आर.सी. जोशी, सीबीआई के मुख्य सूचना अधिकारी pic.twitter.com/m7FONMFWZ6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 17, 2021
सीबीआई ने किया राज्यपाल जगदीप धनखड़ का रुख
हकीम, मुखर्जी, मित्रा और चटर्जी के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी लेने के लिए सीबीआई ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ का रुख किया था. साल 2014 में कथित अपराध के समय ये सभी मंत्री थे. धनखड़ ने चारों नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी थी जिसके बाद सीबीआई अपना आरोपपत्र तैयार कर रही है और उन सबको गिरफ्तार किया गया. हकीम, मुखर्जी और मित्रा तीनों हालिया विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के विधायक के तौर पर निर्वाचित हुए हैं. वहीं, भाजपा से जुड़ने के लिए चटर्जी ने तृणमूल कांग्रेस छोड़ दी थी और दोनों खेमे से उनका टकराव चल रहा है.