केरल में
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से एक बार फिर से
चिंताएं बढ़ गई हैं। इस बीच अब राज्य सरकार ने केरल में 31 जुलाई और 1 अगस्त को पूर्ण
लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है।
वहीं केंद्रीय
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है
कि सरकार राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय टीम केरल भेज रही है। चूंकि
केरल में अभी भी बड़ी संख्या में कोविड मामले
सामने आ रहे हैं, इसलिए टीम कोविड प्रबंधन में राज्य के चल रहे प्रयासों में सहायता करेगी।
केंद्रीय
मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि अफसोस की बात है कि केरल में कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो
रही हैं। केरल में कोरोना बढ़ेगा तो उसके आसपास के इलाकों में भी
बढ़ेगा। केंद्र सरकार केरल की पूरी मदद करेगी।
केरल में
बुधवार को कोविड-19 के 22,056
नए केस सामने आए, जिससे संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 33,27,301 हो गई,
जबकि 131 और
लोगों की मौत होने के साथ वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 16,457 हो गई।
विज्ञप्ति में
कहा गया कि नए मामलों में 100
स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में फिलहाल 4,46,211 लोग निगरानी में हैं।
पिछले 24 घंटों में, 1,96,902 नमूनों की जांच की
गई और संक्रमण दर 11.2 प्रतिशत दर्ज की गई।
राज्यभर में अब तक,
2,67,33,694 नमूनों की जांच हो
चुकी है।
राज्य में सबसे
ज्यादा प्रभावित जिलों में मलप्पुरम में 3931, त्रिशूर
में 3005, कोझिकोड में 2400, एर्नाकुलम में 2397, पलक्कड़ में 1649, कोल्लम में 1462, अलाप्पुझा में 1461, कन्नूर में 1179, तिरुवनंतपुरम में 1101 और कोट्टायम में 1067 मामले आए हैं।