44 जिलों में कोरोना का कोई प्रकरण नहीं
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है
कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है। कन्फर्म केस मात्र 18 और एक्टिव केस केवल 296 हैं। प्रदेश के 44 जिलों में कोरोना का कोई प्रकरण नहीं
है। केवल 8 जिलों में एक-दो प्रकरण शेष हैं। इस
स्थिति को देखते हुए राज्य शासन ने कुछ और गतिविधियों में छूट देने का निर्णय लिया
है। अब शादी विवाह में अधिकतम 100
व्यक्ति और अंतिम संस्कार में 50
व्यक्ति सम्मिलित हो सकेंगे। सिनेमा घरों का संचालन 50 प्रतिशत क्षमता के साथ किया जा सकेगा।
रेस्टोरेंट अब शत-प्रतिशत क्षमता से संचालित किये जा सकेंगे और बाजार रात 10 बजे तक खुले रहेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में कोरोना की
समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री
डॉ.प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद
सुलेमान, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा
बैठक में उपस्थित थे। कोविड-19
कोर ग्रूप के सभी मंत्री,
जिलों के प्रभारी मंत्री व अधिकारी
बैठक में वर्चुअली सम्मिलित हुए।
तीसरी लहर को बेअसर करना है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना
संक्रमण को लेकर सतर्कता आवश्यक है। दक्षिणी और पूर्वोत्तर राज्यों में प्रकरण बढ़
रहे हैं। केरल और महाराष्ट्र में प्रकरण कम नहीं हो रहे हैं। अगस्त में प्रकरण
बढ़ने का पूर्वानुमान है। प्रदेश में तीसरी लहर को बेअसर करने के लिए हम प्रतिबद्ध
हैं। जिलों के प्रभारी मंत्री तथा अधिकारी सतर्कता और सक्रियता बनाये रखें। कोविड
अनुकूल व्यवहार का पालन करने के लिए जनता को निरंतर प्रेरित किया जाये। कोरोना
संक्रमण पर सतर्कता के लिए प्रदेश में जारी जीनोम सिक्वेंसिंग की जानकारी भी बैठक
में दी गई।
प्रदेश के नए 18 प्रकरणों में से 8
भोपाल और 3 इंदौर के
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि कोरोना
संक्रमण के लिए भोपाल और इंदौर पर विशेष नजर रखी जाए। इन शहरों में अन्य राज्यों
से आवागमन है तथा भोपाल इंदौर से राज्य के अन्य जिलों में भी पर्याप्त आवागमन रहता
है। बैठक में बताया गया कि प्रदेश के 18
कन्फर्म केस में 8 भोपाल, 3 इंदौर, 2 जबलपुर और नीमच, राजगढ़, सागर शिवपुरी,
सिंगरौली के 1-1 प्रकरण शामिल हैं। इसके अतिरिक्त शेष
सभी 44 जिलों में अब कोरोना का कोई प्रकरण
शेष नहीं है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर नजर रखने के लिए प्रतिदिन 72 हजार से अधिक टेस्ट किये जा रहे हैं। रविवार
को भोपाल में 6476, इंदौर में 9693, जबलपुर में 5726, ग्वालियर में 2455, सागर में 1436, शिवपुरी में 1321, राजगढ़ में 1436, सिंगरौली में 905 और नीमच में 805 टेस्ट किये गये।
75 प्रतिशत से कम टीकाकरण वाले जिलों की
मुख्यमंत्री करेंगे समीक्षा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सितम्बर तक
शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक आयु की 37 प्रतिशत जनसंख्या का टीकाकरण हो चुका
है। इंदौर में 78%, भोपाल 69%, शहडोल में 55% और उज्जैन में 51% पात्र लोगों का टीकाकरण किया जा चुका
है। देवास, अनूपपुर, पन्ना, खरगोन, सीधी, उमरिया, सतना, भिंड और विदिशा में टीकाकरण को गति देने के निर्देश दिये गये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीकाकरण में 75% से कम प्रगति वाले जिलों की पृथक से समीक्षा की जायेगी।
176
में से 25 ऑक्सीजन प्लांट आरंभ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तीसरी लहर का सामना करने के लिए आवश्यक
तैयारियों पर प्रभारी मंत्री तथा अधिकारी नजर रखें। ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण में
किसी प्रकार का व्यावधान नहीं आए। जानकारी दी गई कि प्रदेश में स्थापित हो रहे कुल
176 ऑक्सीजन प्लांट में से 25 आरंभ हो गये हैं, 16 की डिलेवरी हो चुकी है। सभी प्लांट का
संचालन 15 सितम्बर तक आरंभ हो जाएगा।
उपकरणों का रख-रखाव ठीक से हो
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि
कोविड के समय स्वास्थ संस्थाओं को उपलबध कराये गये उपकरणों का रख-रखाव ठीक
से हो। यह सुनिश्चित किया जाये की इनका उपयोग उचित रूप से होता रहे। उपकरणों के
विधिवत आडिट की व्यवस्था स्थापित की जाए। पी.एम. केयर के
साथ सी. एस. आर. और व्यक्तिगत दान में मिले उपकरण सहयोग की भावना के साथ दिये गये
हैं। सामाजिक दायित्व और व्यक्तिगत पहल से स्वास्थ्य संस्थाओं को सौंपे गये
उपकरणों में यह भावना नीहित है कि इससे पीड़ित मानवता को राहत मिलेगी। राज्य शासन
को संस्थाओं और व्यक्तियों के इस भरोसे को बनाये रखना है।
म्यूकर माइकोसिस दवा की कमी नहीं
बैठक में बताया गया कि म्यूकर माइकोसिस की दवा की अब प्रदेश में कोई कमी नहीं है। केवल 490 एक्टिव केस बचे हैं। इनमें इंदौर में 214, भोपाल में 144, जबलपुर में 63, उज्जैन में 23, रीवा के 21, ग्वालियर में 15 केस हैं। कुल 1698 व्यक्ति डिस्चार्ज हुए हैं।