‘वराहगिरी वैंकट गिरी’ या ‘वी.वी. गिरी के बारे में 10 लाइन 10 Line of V.V. Giri in Hindi
‘वराहगिरी वैंकट गिरी’ या ‘वी.वी. गिरी
जन्म 10 अगस्त, 1894
मृत्यु 24 जून, 1980
- भारत के चौथे राष्ट्रपति ‘वराहगिरी वैंकट गिरी’ या ‘वी.वी. गिरी’ का जन्म 10 अगस्त, 1894 को ओडिशा के गंजाम ज़िले के बेरहामपुर में हुआ था।
- अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद वे कानून का अध्ययन करने के लिये आयरलैंड चले गए, जहाँ वे भारत और आयरलैंड दोनों देशों की राजनीति में काफी सक्रिय रहे, जिसके चलते 1 जून, 1916 को उन्हें आयरलैंड छोड़ना पड़ा।
- वर्ष 1916 में वे भारत लौटे और मद्रास उच्च न्यायालय में कार्य करने लगे। साथ ही वे काॅन्ग्रेस में शामिल होकर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी सक्रिय हो गए।
- वर्ष 1934 में वे इम्पीरियल लेजिस्लेटिव असेंबली के सदस्य के तौर पर चुने गए और वर्ष 1937 तक इस पद पर रहे।
- 13 मई, 1967 को वी.वी. गिरी भारत के तीसरे उपराष्ट्रपति के तौर पर चुने गए और वे लगभग 2 वर्ष तक इस पद पर रहे, ज्ञात हो कि वे ऐसे पहले उपराष्ट्रपति थे जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया था।
- वर्ष 1969 में राष्ट्रपति चुनाव हुए और वी.वी. गिरी को भारत के चौथे राष्ट्रपति के तौर पर चुन लिया गया।
- वी.वी. गिरी वर्ष 1974 तक भारत के राष्ट्रपति रहे.
- वर्ष 1975 में वी.वी. गिरी को ‘भारत रत्न' से सम्मानित किया गया।
- वी.वी. गिरी की 24 जून, 1980 को मृत्यु हो गई।
- 10 अगस्त, 2021 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व राष्ट्रपति ‘वी.वी. गिरी’ की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।