27 जनवरी का इतिहास : इतिहास में 27 जनवरी की प्रमुख घटनाएँ
(27 January History in Hindi)
27 जनवरी का इतिहास
1823 - अमेरिका के
राष्ट्रपति जेम्स मोनरो ने दक्षिण अमेरिका के लिये पहला राजदूत नियुक्त किया।
1880 - थॉमस अल्वा एडीसन ने
बिजली से चलने वाले बल्ब का पेटेंट कराया।
1888 - नेशनल ज्योग्राॅफिक
सोसाइटी का वाशिंगटन में आयोजन किया गया।
1891 - अमेरिका के
पेंसिल्वेनिया के माउंट प्लीसेंट में खदान विस्फोट में 109 लोग मारे गये।
1905 - मौरिस राउविएर ने
फ्रांस में सरकार बनायी।
1915 - अमेरिकी नौसेना ने
हैती पर कब्जा किया।
1943 - अमेरिका ने जर्मनी पर
पहली बार हवाई हमला किया।
1948 - पहला टेप रिकॉर्डर
बिका।
1959 - नयी दिल्ली में पहले
इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी कॉलेज की आधार शिला रखी गयी।
1967 - ‘अपोलो 1’ दुर्घटना में तीन अंतरिक्ष
यात्रियों की मौत हो गई।
1969 - इराक की राजधानी
बगदाद में 14 लोगों को जासूसी के अपराध में फाँसी की सज़ा सुनायी गयी।
1974 - राष्ट्रपति वी. वी.
गिरि ने नयी दिल्ली के तीन मूर्ति स्थित नेहरू मेमारियल म्यूजियम को राष्ट्र को
समर्पित किया।
1988 - पहली बार हेलिकाॅप्टर
डाक सेवा का उद्घाटन किया गया।
1996 - पाकिस्तान को अमेरिका
द्वारा 368 करोड़ डॉलर के हथियार आपूर्ति से संबंधित ब्राउन संशोधन को कानूनी रूप
प्राप्त।
1996 - फ्रांस ने अपना छठा
एवं संभवत: अंतिम परमाणु परीक्षण किया।
2007 - हिन्दी के प्रसिद्ध
कथाकार, उपन्यासकार, पत्रकार एवं पटकथा लेखक
कमलेश्वर का निधन।
2008 - इंडोनेशिया के पूर्व
राष्ट्रपति हाजी मुहम्मद सुहार्तो का निधन।
2009 - भारत के आठवें
राष्ट्रपति आर. वेंकटरमन का निधन।
2013 - मिस्र में विरोध
प्रदर्शन के दौरान सात लोगों की मौत और 630 लोग घायल हुए।
राष्ट्रपति आर. वेंकटरमन के बारे में जानकारी
- रामास्वामी वेंकटरमण का जन्म तमिल नाडु में तन्जोर जिले के पट्टूकोटाई के समीप राजमदम नामक गाँव में 4 दिसम्बर 1910 को हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा मद्रास में हुई और मद्रास के लोयोला कॉलेज से उन्होंने अर्थशाष्त्र विषय में स्नातकोत्तर किया।
- सन 1980 में वेंकटरमण एक बार फिर लोक सभा के लिए चुने गए और इंदिरा गाँधी मंत्रिमंडल में वित्त मंत्री बनाये गए। बाद में उन्हें भारत का रक्षा मंत्री चुना गया। रक्षा मंत्री के तौर पर उन्होंने भारत के मिसाइल विकास कार्क्रम को आगे बढ़ाया। वे ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को अंतरिक्ष कार्यक्रम से मिसाइल कार्यक्रम में लेकर आये। इसके बाद उन्हें भारत का उप-राष्ट्रपति बनाया गया और फिर सन 1987 में वे भारत के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने चार प्रधानमंत्रियों के साथ कार्य किया।
- 12 जनवरी 2009 को उन्हें सेना के नई दिल्ली स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती गयी और अंततः 27 जनवरी 2009 को उन्होंने ये संसार त्याग दिया।