राष्ट्रपति के अपमान के लिए देश से माफी मांगें सोनिया गांधी: सीतारमण
28 जुलाई
भारतीय
जनता पार्टी(भाजपा) की वरिष्ठ नेता एवं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार
को राज्यसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी’कहने का मामला उठाया
और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी की मांग की।
श्रीमती सीतारमण ने सदन
की कार्यवाही शुरू होने के बाद यह मामला उठाते हुए कहा कि लोकसभा के कांग्रेस नेता
अधीर रंजन चौधरी ने श्रीमती मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी ’ने कहा है। उन्होंने कहा कि
कांग्रेसी नेता ने जानबूझकर श्रीमती मुर्मू का अपमान किया है। श्रीमती मुर्मू आदिवासी, वंचित और दलित समाज का
प्रतिनिधित्व करती हैं। वह राज्य में मंत्री, राज्यपाल और सांसद रही हैं। यह उनका जानबूझकर अपमान किया
गया है। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रपति पद और देश का अपमान है।
श्रीमती सीतारमण ने मांग
की कि कांग्रेस अध्यक्ष को इसके लिए देश और राष्ट्रपति से क्षमा याचना करनी चाहिए।
राष्ट्रपति को अपमानित करने के लिए देश से माफ़ी मांग़े कांग्रेस : ईरानी
जुलाई (वार्ता) केंद्रीय
मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को लोकसभा में कांग्रेस को आदीवासी विरोधी करार
देते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को अपमानित करने के लिए पार्टी अध्यक्ष
सोनिया गांधी को देश से माफ़ी माँगनी चाहिए।
सदन की कार्यवाही जैसे ही
शुरू हुई श्रीमती ईरानी ने कांग्रेस के नेता सदन अधीर रंजन चौधरी के द्वारा
राष्ट्रपति के लिए की गई टिप्पणी को अमर्यादित करार देते हुए कांग्रेस को आदीवासी
और महिला विरोधी बताया। उन्होंने तल्ख़ लहजे में कहा कि कांग्रेस के नेता ने जिस
प्रकार की टिप्पणी राष्ट्रपति के लिया किया है उसके लिए श्रीमती गांधी को देश से
माफ़ी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब से
श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का नाम राष्ट्रपति के उम्मीदवार के रूप में घोषित हुआ तब
से ही वह कांग्रेस पार्टी की घृणा और उपहास की शिकार बनीं। कांग्रेस आज भी इस बात
को स्वीकार नहीं कर पा रही कि एक आदिवासी महिला इस देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद
को सुशोभित कर रही हैं। श्रीमती ईरानी ने कहा,“ सोनिया गांधी, आपने द्रौपदी मुर्मू के अपमान की मंजूरी दी।”
केंद्रीय मंत्री की ओर से
श्रीमती गांधी से माफ़ी मांगने की मांग पर सत्तापक्ष के सभी सदस्य खड़े होकर माफ़ी
मांगने की मांग करने लगे। सदन में हंगामा बढ़ने पर लोकसभा अध्यक्ष में कार्यवाही
बारह बजे तक स्थगित कर दी।