अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मीडिया सम्मान 2023
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मीडिया सम्मान 2023
यह सम्मान भारत
और विदेशों में योग के प्रचार-प्रसार में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता
है : श्री अनुराग ठाकुर
मीडिया ने योग के
प्रचार-प्रसार और अपनाने में प्रेरक की भूमिका : श्री ठाकुर
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मीडिया सम्मान के दूसरे संस्करण की घोषणा की।
अंतर्राष्ट्रीय
योग दिवस मीडिया सम्मान 2023 के अंतर्गत तीन
श्रेणियों – प्रिंट मीडिया, टेलीविजन और
रेडियो में 22 भारतीय भाषाओं
और अंग्रेजी में 33 सम्मान प्रदान
किए जाएंगे।
22 भारतीय भाषाओं
और अंग्रेजी में 11 सम्मान -
"समाचार पत्रों में योग में सर्वश्रेष्ठ मीडिया कवरेज" श्रेणी के तहत
प्रदान किया जाएगा।
22 भारतीय भाषाओं
और अंग्रेजी में 11 सम्मान -
"इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (टीवी) में योग में सर्वश्रेष्ठ मीडिया कवरेज"
श्रेणी में सम्मानित किया जाएगा।
22 भारतीय भाषाओं
और अंग्रेजी में 11 सम्मान -
"इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (रेडियो) में योग में सर्वश्रेष्ठ मीडिया कवरेज"
श्रेणी में सम्मानित किया जाएगा।
केंद्रीय सूचना
एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी
को धन्यवाद, जिन्होंने
प्रत्येक वर्ष 21 जून को
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की शुरूआत करके स्वास्थ्य और संतुलित जीवन शैली को
बढ़ावा दिया और योग को विश्वभर में एक जन आंदोलन बना दिया।
उन्होंने कहा कि
योग ने विश्व भर में लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित करते हुए सीमाओं और संस्कृतियों
का बंधन तोड़ दिया है। शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण के लिए इसके समग्र
दृष्टिकोण ने विश्व में योग के प्रति रुचि उत्पन्न की है। योग के प्रचार-प्रसार और
परिवर्तनकारी क्षमता को दर्शाने में मीडिया के अथक प्रयासों के बिना यह उपलब्धि
संभव नहीं हो सकती थी। उन्होंने कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही
है कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मीडिया
सम्मान का दूसरा संस्करण आयोजित करने का निर्णय लिया है।
श्री ठाकुर ने
कहा कि यह सम्मान भारत और विदेशों में योग के प्रचार-प्रसार में मीडिया की
महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना करता है। इस प्राचीन अभ्यास और इसके अनेक लाभों को
प्रोत्साहन देने में मीडिया की अपार शक्ति और जिम्मेदारी को पहचानना महत्वपूर्ण
है।
श्री ठाकुर ने
कहा कि मीडिया ने योग के प्रचार-प्रसार और इसे अपनाने में प्रेरक की भूमिका निभाई
है। मीडिया ने विभिन्न आयु वर्ग, पृष्ठभूमि और क्षमताओं के लोगों के समक्ष योग
को सार्वभौमिक अभ्यास के रूप में प्रस्तुत किया है।
इस भूमिका को
निभाने के लिए मीडिया को धन्यवाद देते हुए
श्री ठाकुर ने कहा, “मैं भारत और दुनिया भर में योग के प्रचार-प्रसार में मीडिया
के अमूल्य योगदान के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मीडिया के अटूट समर्पण ने
निस्संदेह योग को कल्याण की सार्वभौमिक भाषा का रूप प्रदान करने में महत्वपूर्ण
भूमिका निभाई है।‘’
सम्मान की
सिफारिश स्वतंत्र निर्णायक मंडल द्वारा की जाएगी। सम्मान में एक विशेष
मीडिया/पट्टिका/ट्रॉफी और एक प्रशस्ति पत्र शामिल होगा।
दिशानिर्देशों
में मीडिया घरानों को 10 जून 2023 से 25 जून 2023 की अवधि के दौरान बनाए गए और प्रकाशित या
ऑडियो/विजुअल सामग्री के प्रसारण/प्रसारण की प्रासंगिक क्लिपिंग के साथ एक
निर्धारित प्रारूप में विवरण प्रस्तुत करना होगा। प्रविष्टियां भेजने की अंतिम
तिथि 01 जुलाई 2023 है।
विस्तृत
दिशा-निर्देश पत्र सूचना कार्यालय (https://pib.gov.in/indexd.aspx ) और सूचना एवं
प्रसारण मंत्रालय (https://mib.gov.in/
) की वेबसाइट पर देखे जा सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मीडिया सम्मान के बारे में
भारत और विदेशों
में योग के प्रचार-प्रसार में मीडिया की सकारात्मक भूमिका और जिम्मेदारी को
स्वीकार करते हुए,
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने जून, 2019 में पहला
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मीडिया सम्मान (AYDMS) स्थापित किया था।
पुरस्कारों का पहला संस्करण 7 जनवरी, 2020 को आयोजित किया गया और
सम्मान प्रदान किए गए। उसके बाद कोविड महामारी के कारण एक अंतराल पैदा हो गया।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने अब सम्मान को फिर से प्रदान करने के लिए 2023 में दूसरे
संस्करण के आयोजन का निर्णय लिया है।
अंतरराष्ट्रीय
योग दिवस 2015 से प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया
जाता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का विचार पहली बार भारत के प्रधानमंत्री श्री
नरेन्द्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त
राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में अपने संबोधन के दौरान प्रस्तुत किया था।
इस विचार का
प्रस्ताव करते हुए प्रधान मंत्री ने कहा:
उन्होंने कहा, ‘योग भारत की
प्राचीन परंपरा का अमूल्य उपहार है। यह मन और शरीर की एकतात्मकता; विचार और कार्य; संयम और सम्पूर्णता; मनुष्य और
प्रकृति के बीच सामंजस्य; स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण का प्रतीक
है । यह व्यायाम के बारे में नहीं है, बल्कि अपने आपको, दुनिया और
प्रकृति के साथ एकता की भावना की खोज करने के लिए है। हमारी जीवन शैली को बदलकर और
चेतना जागृत कर कल्याण में मदद कर सकता
है। आइए हम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को अपनाने की दिशा में काम करें।‘
इस प्रारंभिक
प्रस्ताव के बाद, संयुक्त राष्ट्र
महासभा (यूएनजीए) ने 14 अक्टूबर 2014 को "अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस" मसौदा
प्रस्ताव पर अनौपचारिक परामर्श किया। परामर्श भारत के प्रतिनिधिमंडल द्वारा आयोजित
किया गया था। 11 दिसंबर 2014 को, भारत के स्थायी
प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में मसौदा प्रस्ताव पेश किया। मसौदा पाठ को 177 सदस्य देशों से
व्यापक समर्थन मिला। इस पहल को अधिकांश वैश्विक नेताओं का समर्थन मिला। कुल 177 देशों ने
प्रस्ताव को सह-प्रायोजित किया, जो इस तरह के किसी भी यूएनजीए प्रस्ताव के लिए
सह-प्रायोजकों की सर्वाधिक संख्या है।
About Antarashtriya Yoga Diwas Media Samman
Acknowledging the positive role & responsibility of
media in disseminating the outreach of Yoga in India and abroad, the Ministry
of I&B had instituted the first Antarashtriya Yoga Diwas Media Samman
(AYDMS) in June, 2019. The first edition of the
awards was conferred on 7th January, 2020 and thereafter a hiatus was caused due to COVID19 pandemic. The Ministry of Information and Broadcasting
has decided to revive the Samman and organize the second edition in 2023.
The International Day of Yoga has been celebrated
annually on 21 June since 2015. The idea of International Day of Yoga was first proposed
by the Prime Minister of India, Shri Narendra Modi, during his address at the
United Nations General Assembly (UNGA), on 27 September 2014.
While proposing the idea the Prime Minister stated:
“Yoga is an invaluable gift of India's ancient tradition.
It embodies unity of mind and body; thought and action; restraint and
fulfilment; harmony between man and nature; a holistic approach to health and
well-being. It is not about exercise but to discover the sense of oneness with
yourself, the world and the nature. By changing our lifestyle and creating
consciousness, it can help in wellbeing. Let us work towards adopting an
International Yoga Day.”
Following this initial proposal, the UNGA held informal consultations on the draft resolution, entitled "International Day of Yoga", on 14 October 2014. The consultations were convened by the delegation of India. On 11 December 2014, India's Permanent Representative introduced the draft resolution in the United Nations General Assembly. The draft text received broad support from 177 Member States who sponsored the text, which was adopted without a vote. This initiative found support from most global leaders. A total of 177 nations co-sponsored the resolution, which is the highest number of co-sponsors ever for any UNGA resolution of such nature.