राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण स्थापना दिवस 2023
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण स्थापना दिवस 2023
27 सितंबर, को ‘राष्ट्रीय आपदा
प्रबंधन प्राधिकरण’ का स्थापना दिवस आयोजित किया जाता है राष्ट्रीय
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण भारत में आपदा प्रबंधन के लिये शीर्ष वैधानिक निकाय है।
औपचारिक रूप से इसका गठन 27 सितंबर, 2006 को आपदा
प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत किया गया था।
प्रधानमंत्री इसका अध्यक्ष होता है और इसके अलावा अन्य नौ सदस्यों की नियुक्ति की जाती है, इनमें से एक सदस्य को उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया जाता है। इसका प्राथमिक उद्देश्य प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाओं के दौरान प्रतिक्रियाओं हेतु समन्वय कायम करना और आपदा-प्रत्यास्थ (आपदाओं में लचीली रणनीति) व संकटकालीन प्रतिक्रिया हेतु क्षमता निर्माण करना है।
यह आपदाओं के
संबंध में समय पर प्रभावी प्रतिक्रिया के लिये आपदा प्रबंधन नीतियाँ, योजनाएँ और
दिशा-निर्देश तैयार करने हेतु यह एक शीर्ष निकाय है। इसके अलावा अधिनियम के तहत
भारत में आपदा प्रबंधन और उसके प्रति एक समग्र व एकीकृत दृष्टिकोण विकसित करने
हेतु संबंद्ध राज्यों के मुख्यमंत्रियों के नेतृत्व में ‘राज्य आपदा
प्रबंधन प्राधिकरणों’ (SDMAs) की स्थापना की परिकल्पना
की गई है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) क्या है
राष्ट्रीय आपदा
प्रबंधन प्राधिकरण भारत में आपदा प्रबंधन के लिये शीर्ष वैधानिक निकाय है।
इसका ओपचारिक रूप
से गठन 27 सितम्बर, 2006 को आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत हुआ
जिसमें प्रधानमंत्री अध्यक्ष और नौ अन्य सदस्य होंगे और इनमें से एक सदस्य को
उपाध्यक्ष पद दिया जाएगा।
अधिदेश: इसका
प्राथमिक उद्देश्य प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाओं के दौरान प्रतिक्रियाओं में
समन्वय कायम करना और आपदा-प्रत्यास्थ (आपदाओं में लचीली रणनीति) व संकटकालीन
प्रतिक्रिया हेतु क्षमता निर्माण करना है। आपदाओं के प्रति समय पर और प्रभावी
प्रतिक्रिया के लिये आपदा प्रबंधन हेतु नीतियाँ, योजनाएँ और
दिशा-निर्देश तैयार करने हेतु यह एक शीर्ष निकाय है।
विजन: एक समग्र, अग्रसक्रिय तकनीक संचालित और संवहनीय विकास रणनीति के द्वारा एक सुरक्षित और आपदा-प्रत्यास्थ भारत बनाना, जिसमें सभी हितधारकों की मौजूदगी हो तथा जो रोकथाम, तैयारी और शमन की संस्कृति का पालन करती हो।