DNA एवं RNA में अन्तर
डी.एन.ए. (DNA)
1. यह मुख्यतया केन्द्रक में स्थित क्रोमेटिन जालिका एवं क्रोमोसोम में पाया जाता है। अल्प मात्रा में यह माइटो- कॉन्ड्रिया एवं क्लोरोप्लास्ट में भी उपस्थित होता है।
2. यह पॉलीन्यूक्लियोटाइड्स के दो श्रृंखलाओं का बना होता है।
3. यह डी-ऑक्सीराइबोज शर्करायुक्त होता है।
4. यह सभी जीवों में आनुवंशिक पदार्थ के रूप में कार्य करता है।
5. एक जीव के सभी कोशिकाओं में पाये जाने वाले DNA की संरचना लगभग एक समान होती है।
6. DNA में पाये जाने वाले चार नाइट्रोजीनस क्षार एडीनीन
(A), ग्वानीन (G), सायटोसीन (C) एवं थायमीन (T) हैं।
7. इसमें प्यूरीन एवं पिरिमिडीन अणुओं की संख्या बिल्कुल एक समान होती है।
8. कोशिका में होने वाली समस्त प्रोटीन के निर्माण पर नियंत्रण रखता है।
9. DNA में स्व-द्विगुणन की क्षमता पायी जाती है।
10. इसमें A/T एवं G/C का अनुपात हमेशा 1 होता है।
आरएनए (RNA)
1. यह मुख्य रूप से कोशिकाद्रव्य में पाया जाता है, परन्तु अल्प मात्रा में यह केन्द्रक एवं केन्द्रका में भी उपस्थित होता है।
2. यह न्यूक्लियोटाइड्स के एक श्रृंखला का बना होता है।
3. इसमें राइबोज शर्करा पाया जाता है।
4. कुछ विषाणुओं को छोड़कर यह आनुवंशिक प्रकृति का नहीं होता है।
5. कोशिकाओं के अन्दर पाये जाने वाले RNA की संरचना में काफी भिन्नता पायी जाती है।
6. RNA में पाये जाने वाले चार नाइट्रोजीनस क्षार एडीनीन
(A). ग्वानीन (G), सायटोसीन (C) एवं यूरेसिल (U) हैं।
7. प्यूरीन एवं पिरिमिडीन के बीच कोई निश्चित अनुपात नहीं होता।
8. यह आनुवंशिक सूचनाओं का वाहक होता है साथ ही राइबोसोम का निर्माण करता है एवं अमीनो अम्लों को राइबोसोम तक ढोने का कार्य करता है।
9. RNA में स्व-द्विगुणन की क्षमता नहीं पायी जाती है।
10. इसमें A/T एवं CIG का कोई निश्चित अनुपात नहीं होता।