ऑम्निबस SRO फ्रेमवर्क क्या होता है?
ऑम्निबस SRO फ्रेमवर्क क्या होता है?
ऑम्निबस फ्रेमवर्क स्व-नियामक
संगठनों (SRO) को मान्यता देने
के लिये दिशानिर्देशों और विनियमों का एक व्यापक सेट है।
ऑम्निबस SRO फ्रेमवर्क
क्षेत्र की परवाह किये बिना सभी SRO के लिये सामान्य उद्देश्य, कार्य, पात्रता मानदंड और संचालन मानक निर्धारित करता है।
यह RBI द्वारा मान्यता
प्राप्त होने के लिये SRO
के लिये सदस्यता
मानदंड और शर्तें भी स्थापित करता है।
यह फ्रेमवर्क न्यूनतम
आवश्यकताओं का प्रतिनिधित्व करता है, और मान्यता प्राप्त SRO को अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को विकसित करने के लिये
प्रोत्साहित करता है।
फ्रेमवर्क के व्यापक मापदंडों
के भीतर, SRO को मान्यता देने
के लिये आवेदन मांगते समय रिज़र्व बैंक क्षेत्र-विशिष्ट अतिरिक्त शर्तें लगा सकता
है।
यह विभिन्न क्षेत्रों के
लिये भिन्न-भिन्न सेक्टर-विशिष्ट दिशानिर्देश जारी करने की अनुमति देते हुए नियामक
निरीक्षण के लिये एक समन्वित तथा एकीकृत दृष्टिकोण की सुविधा प्रदान करता है।
इसका उद्देश्य उन
क्षेत्रों की अखंडता में विश्वास उत्पन्न करने के लिये SRO के भीतर
पारदर्शिता, व्यावसायिकता एवं
स्वतंत्रता को बढ़ावा देना है, जिन्हें वे विनियमित करते हैं।
स्व-विनियामक संगठन क्या होते हैं
SRO विशिष्ट उद्योगों अथवा क्षेत्रों के भीतर स्वयं
को विनियमित करने के लिये बनाई गई संस्थाएँ हैं, जो प्राय: सरकारी नियामकों के सहयोग से संपन्न
होती हैं।
SRO सरकारी नियामकों की देखरेख में कार्य करते हैं, जो इन संगठनों को
कुछ नियामक कार्य सौंपते हैं। जबकि नियामक अंतिम अधिकार बनाए रखते हैं, वे अपने संबंधित
उद्योगों के भीतर अनुपालन की निगरानी के साथ-साथ लागू करने के लिये SRO पर विश्वास
व्यक्त करते हैं।
SRO का लक्ष्य अपने उद्योगों के भीतर सर्वोत्तम
प्रथाओं के साथ ही नैतिक आचरण को बढ़ावा देना है। वे प्राय: सदस्यों को नियामक
आवश्यकताओं को समझने तथा उनका अनुपालन करने में सहायता प्रदान करने हेतु
मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और
शैक्षिक संसाधन प्रदान करते हैं।
ये संगठन अपने सदस्यों के
बीच अनुपालन और नैतिक व्यवहार सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उद्योग-विशिष्ट
नियमों, मानकों तथा आचार
संहिता को विकसित एवं लागू करते हैं।
SRO यह सुनिश्चित करने के लिये पारदर्शिता और
जवाबदेही के साथ काम करते हैं कि उनकी नियामक गतिविधियाँ सार्वजनिक हित में
संचालित की जाती हैं।