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मंगलवार, 11 फ़रवरी 2025

डिजिटल कृषि मिशन क्या है | Digital Krishi Mission

 डिजिटल कृषि मिशन क्या है 

डिजिटल कृषि मिशन क्या है | Digital Krishi Mission



सरकार ने 2 सितंबर 2024 को 2817 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ डिजिटल कृषि मिशन को मंजूरी दी है। वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 54.972 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। हालांकि, महाराष्ट्र राज्य सहित राज्यों को उनके प्रस्तावों के आधार पर धनराशि जारी की जाती है। मिशन का उद्देश्य देश में एक मजबूत डिजिटल कृषि पारिस्थितिकी तंत्र को सक्षम करना है ताकि अभिनव किसान-केंद्रित डिजिटल समाधान चलाए जा सकें और देश के सभी किसानों को समय पर और विश्वसनीय फसल संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई जा सके। 

डिजिटल कृषि मिशन क्या है

मिशन में कृषि के लिए डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना जैसे एग्रीस्टैक, कृषि निर्णय सहायता प्रणाली, व्यापक मृदा उर्वरता और प्रोफ़ाइल मानचित्र और केंद्र सरकार/राज्य सरकारों द्वारा की जाने वाली अन्य आईटी पहलों का निर्माण शामिल है। एग्रीस्टैक परियोजना इस मिशन के प्रमुख घटकों में से एक है, जिसमें कृषि क्षेत्र में तीन मूलभूत रजिस्ट्री या डेटाबेस शामिल हैं, यानी किसानों की रजिस्ट्री, भू-संदर्भित गाँव के नक्शे और फसल बोई गई रजिस्ट्री, जो सभी राज्य सरकारों / केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा बनाई और रखी जाती हैं। सरकार मिशन के कार्यान्वयन के लिए सभी राज्यों को प्रशासनिक और तकनीकी सहायता प्रदान कर रही है। एग्रीस्टैक किसानों के जनसांख्यिकीय विवरण, भूमि जोत और बोई गई फसलों पर व्यापक और उपयोगी डेटा प्रदान करता है। यह किसानों को ऋण, बीमा, खरीद आदि जैसे लाभों और सेवाओं तक पहुंचने के लिए डिजिटल रूप से पहचानने और प्रमाणित करने में सक्षम बनाता है। यह राज्य को ऐसे समाधान तैयार करने में भी सक्षम बनाता है जो किसानों के लिए डिजिटल अर्थव्यवस्था तक पहुँच खोलते हैं जैसे कि एक भरोसेमंद तरीके से इनपुट तथा उपज की ऑनलाइन खरीद और बिक्री।

 

इसके अलावा, सरकार राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) को लागू कर रही है, जो विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) की भौतिक थोक मंडियों/बाजारों को एकीकृत करने वाला एक वर्चुअल प्लेटफॉर्म है, ताकि पारदर्शी मूल्य खोज पद्धति के माध्यम से कृषि वस्तुओं के ऑनलाइन व्यापार की सुविधा मिल सके और किसानों को उनकी उपज के लिए बेहतर लाभकारी मूल्य मिल सके। 31 दिसंबर, 2024 तक 23 राज्यों और 04 केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) की 1410 मंडियों को ई-नाम प्लेटफॉर्म के साथ एकीकृत किया जा चुका है।

 

यह जानकारी कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री रामनाथ ठाकुर ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दिया है।


डिजिटल कृषि मिशन

इस मिशन की परिकल्पना डिजिटल कृषि पहलों का समर्थन करने वाली एक व्यापक योजना के रूप में की गई है

इस मिशन का उद्देश्य किसानों और कृषि क्षेत्र के हितधारकों के लिए सेवा वितरण तंत्र को ज्यादा कुशल और पारदर्शी बनाना है।

इसका कुल परिव्यय 2817 करोड़ रुपये होगा -

इसमें से 1,940 करोड़ रुपये केंद्र सरकार द्वारा तथा शेष राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा प्रदान किए जाएंगे।

इस मिशन का उद्देश्य एक तकनीक-आधारित पारिस्थितिकी तंत्र, डिजिटल सामान्य फसल अनुमान सर्वेक्षण बनाना भी है

यह वैज्ञानिक रूप से डिज़ाइन किए गए फसल-कटाई प्रयोगों के आधार पर उपज का अनुमान देगा।

इससे कृषि उत्पादन का सटीक अनुमान लगाया जा सकेगा

इस मिशन के तहत 3 डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना का निर्माण किया जायेगा -

एग्रीस्टैक

कृषि निर्णय सहायता प्रणाली

मृदा प्रोफाइल मैपिंग