आधे साल से अधिक समय से भी वेतन न मिलने से परेशान शिक्षको ने आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश के नाम दिया ज्ञापन - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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शुक्रवार, 14 दिसंबर 2018

आधे साल से अधिक समय से भी वेतन न मिलने से परेशान शिक्षको ने आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश के नाम दिया ज्ञापन


बड़वानी जिले के निवाली कालेज के  सात माह से वेतन नहीं मिलने पर  अतिथि विद्वानों ने दिया आयुक्त को प्राचार्य के माध्यम से ज्ञापन दिया।
शासकीय महाविद्यालय निवाली के अतिथि विद्वानों सहायक प्राध्यापक , ग्रंथपाल , क्रीडा अधिकारी, को विगत सात-आठ माह से वेतन नहीं मिलने पर ने आयुक्त उच्च षिक्षा मध्यप्रदेश भोपाल के नाम प्राचार्य को ज्ञापन दिया। मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा विभाग की अतिथि विद्वान व्यवस्था में कार्यरत् अतिथि विद्वान विगत 25 वर्षो से निरन्तर मध्यप्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों में अपनी सेवाऐं देकर अध्यापन कार्य कर रहे हैं जिसमें कुछ महाविद्यालय अतिथि विद्वानों के भरोसे ही चल रहे हैं।
इन अतिथि विद्वानों की इतनी लम्बी सेवा अवधि के दौरान बहुत ही अल्प वेतन में इन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं, इनकी सेवाओं से प्रभावित होकर मध्यप्रदेश उच्च षिक्षा विभाग ने सत्र 2018-19 में इन अतिथि विद्वानों का वेतन 1500 रुपये प्रतिदिवस 30 हजार रुपये प्रतिमाह तीन वर्षों के लिए नियुक्त किया गया है, लेकिन उन्हें नियमित रुप से वेतन नहीं दिया जा रहा है। उच्च शिक्षित डिग्रीधारी ये अतिथि विद्वान जो कि अपना बहुमूल्य समय इस अतिथि विद्वान व्यवस्था में देकर अपनी सेवाऐं दे रहे है जो कि वे आज दो जून की रोटी को तरस रहे हैं। उम्र की इस दहलीज पर अतिथि विद्वान अपने आपको ठगा-सा महसूस कर रहे हैं, क्योंकि अब इन अतिथि विद्वानों का वेतन के बिना अपना और अपने परिवार का गुजारा संभव नहीं हो रहा है।
ज्ञातव्य है कि मध्यप्रदेष उच्च षिक्षा विभाग पिछले 25 वर्षो से इन अतिथि विद्वानों के सहारे अपना काम चलाता रहा है, वही आज ये अतिथि विद्वान अपने नियमित होने की राह देख रहे हैं क्योंकि इन अतिथि विद्वानों ने अपने जीवन का अधिकांष समय इस अतिथि विद्वान व्यवस्था में रह कर अपनी सेवाऐं दे रहे है और अब इनके लिए जीवन निर्वाह के लिए आजीविका का कोई विकल्प भी मौजूद नहीं है। मध्यप्रदेष शासन द्वारा वर्ष 2017 में सहायक प्राध्यापक नियुक्ति प्रक्रिया भी की है जो कि विवादित होने से माननीय उच्चतम् न्यायालय की शरण में है।
शासकीय महाविद्यालय के अतिथि विद्वान डाॅ. अर्चना शर्मा, डाॅ. वैषाली मोरे, डाॅ. चमका गेहलोद, पूजा महाजन, लखन पटवा, एजाज साहेब, मनराज भावसार, प्रताप बरडे, दिलीप डावर, शैलेन्द्र कटारे व के सी मोरे आदि ने ज्ञापन देकर वेतन अतिशीघ्र देने की मांग की है।