जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के संबंधों में एक बार फिर तल्खी आ गई है. पुलवामा हमले के बाद से ही भारत ने पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाना शुरू कर दिया है, जिससे वह बौखला गया है. भारत के एक्शन से घबराया पाकिस्तान एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र (UN) की शरण में पहुंच गया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने UN महासचिव को चिट्ठी लिख भारत की शिकायत की है.
महमूद कुरैशी ने चिट्ठी लिख कहा है कि पुलवामा हमले के बाद से ही भारत सरकार ने तनाव बढ़ाना शुरू कर दिया है. पाकिस्तान के ही एक न्यूज चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में जल्द होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले इस प्रकार के मुद्दे को उठा रहे हैं.
PAK विदेश मंत्री ने बताया कि भारत इलाके में तनाव को बढ़ाना चाहता है और जिससे काफी नुकसान हो सकता है. उन्होंने कहा कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले से कई दिनों पहले ही उनके कार्यालय ने बताया था कि चुनाव से पहले हिंदू वोट हथियाने के लिए इस प्रकार के हथकंडे अपनाए जा सकते हैं. जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ भड़काया जा सके.
उन्होंने कहा कि अगर पुलवामा हमले में पाकिस्तान का कोई संबंध है, तो भारत को इसके सबूत देने चाहिए. हम अपनी निष्पक्ष जांच कराएंगे. उन्होंने लिखा कि UN को एक्शन लेते हुए भारत को कहना चाहिए कि ऐसे तनाव को रोका जाए.
गौरतलब है कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सुरक्षाबलों के 40 जवान शहीद हो गए थे. ये हमला जैश-ए-मोहम्मद ने किया था, जो पाकिस्तान में बैठकर आतंक फैलाता है. इस हमले के बाद से ही भारत ने पाकिस्तान पर कार्रवाई शुरू कर दी है.
सबसे पहले भारत ने पाकिस्तान को दिया हुआ ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा वापस लिया, उसके बाद अंतराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए अन्य देशों से बात करनी शुरू कर दी. साथ ही कश्मीर में बैठे पाकिस्तान परस्त आतंकियों के खिलाफ भारतीय सुरक्षाबलों ने एक्शन शुरू कर दिया है.
गौरतलब है कि ऐसा पहली बार नहीं है जब जम्मू-कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान यूएन में गया हो, इससे पहले भी वह कई बार दुनिया के सामने इस मुद्दे को उठाता रहा है. लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी है. इस समय भी अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश हो रहा है.