32 पूर्व नौकरशाहों ने बयान जारी कर किया कृषि कानून का समर्थन
देश भर में कांग्रेस एवं विपक्षीय पार्टियों द्वारा किये जा रहे कृषि कानून के विरोध के बीच देश के 32 पूर्व नौकरशाहों ने बयान जारी कर सरकार द्वारा लागू किये गये कृषि कानून का समर्थन किया है। पूर्व अधिकारियों ने बताया कि किस तरह कृषि कानून किसानों के लिये भायदेमंद है और लोग अपने निजी स्वार्थ के चलते किसानों को गुमराह करके इस कानून का विरोध कर रहे है।
अपने बयान में पूर्व नौकरशाहों ने कहा कि किसानों के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों का हम पुरजोर समर्थन करते हैं, हमारा समूह किसानों को गुमराह करने की कोशिशों की निंदा करता है. पूर्व अधिकारियों की ओर जारी बयान में ये भी बताया गया है कि किस तरह कृषि कानून किसानों को फायदा पहुंचाएगा.
पूर्व नौकरशाहों ने बयान जारी कर कृषि कानून का समर्थन किये जाने के बीच देश भर में विपक्षीय पार्टियों द्वारा किया जा रहा विरोध भी तेज हो गया है। यूथ कांग्रेस ने जगह जगह आज विरोध किया एवं दिल्ली में इंडिया गेट के पास एक ट्रैक्टर को आग के हवाले भी कर दिया, जिसके चलते पांच लोगों को गिरफतार किया गया।
केरल से कांग्रेस सांसद टीएन प्रतापन ने सुप्रीम कोर्ट में कृषि अधिनियम को चुनौती दी
कृषि कानून के समर्थन और विरोध के बीच ये मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया, केरल से कांग्रेस सांसद टीएन प्रतापन ने सुप्रीम कोर्ट में किसानों से जुड़े बिल को वापस लेने के लिए रिट याचिका दायर की.