टैप्ड इन कॉटन परियोजना के ग्रामीण युवा जुड रहे है स्वरोजगार से - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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बुधवार, 16 सितंबर 2020

टैप्ड इन कॉटन परियोजना के ग्रामीण युवा जुड रहे है स्वरोजगार से

 


बड़वानी 16 सितम्बर/ पलसुद ग्राम पंचायत भुराकॅुआ के युवा श्री अम्बाराम पिता सीताराम को, निवसीड संस्था बड़वानी और सेव द चिल्ड्रन संस्था के द्वारा संचालित की जा रही परियोजना टैप्ड इन कॉटन के तहत स्वरोजगार के लिये संसाधन उपलब्ध करवाये गये है। जिसके कारण अब श्री अम्बाराम को अपने ही ग्राम मे रोजगार मिलने लगा है। इसके माध्यम से वह अपने ग्राम मे ही फोटोकॉपी सेंटर संचालित कर ऑनलाईन कार्य - जैसें जन-धन योजना, बैकिग संबंधी लेन-देन कार्य, जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र, सम्रग आई डी आदि करने लगा है जिससे वह स्वयं तो रोजगारमुखी हो गया है, वही ग्रामीणो को भी उक्त सुविधाए ग्राम में ही रियायती दर पर मिलने लगी है। 

 ग्राम भुराकॅुआ के ग्रामीण श्री बयाराम बताते है कि इससे पूर्व फोटोकॉपी और अपने ऑनलाईन कार्यो के लिये सभी लोगो को अपना कामकाज छोडकर शहर जाना पड़ता था। किन्तु अब यह सुविधा ग्राम में ही मिल जाने से समय एवं राशि की बचत होने लगी है।  

 निवसिड संस्था के परियोजना समन्वयक श्री मनीष गुप्ता बताते है कि उनकी परियोजना का उद्देश्य बच्चो को बालश्रम से मुक्त कराकर शिक्षा से जोड़ना है, जिससे वे पढ़ - लिखकर कोशल प्राप्त करते हुये ग्राम में ही स्वरोजगार कर आत्मनिर्भर बन सके।

 सेंव द चिल्ड्रन संस्था के परियोजना समन्वयक श्री दीपेन्द्र तोमर ने बताया की संस्था का मुख्य लक्ष्य है की सम्पूर्ण जिले  को बालश्रम मुक्त बनाते हुये  बच्चो को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जाये, जिससे उनके अधिकारो का हनन किसी भी प्रकार से न होने पाये ।