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अनलॉक शुरू होने और आर्थिक गतिविधियां खुलने से लोग शहरों की ओर लौटने लगे हैं। इस वजह से हवाई किराया आसमान पर पहुंच गया है। कई रूट पर किराया दोगुना बढ़ गया है। कई रूट पर सीट ही उपलब्ध नहीं है। वाराणसी -मुंबई रूट पर तो 11 सितंबर की एअर इंडिया के विमान में कोई सीट ही नहीं है। पूरी फ्लाइट फूल है। ऐसा इसलिए क्योंकि ट्रेनों में 15 अक्टूबर तक सीटें नहीं हैं। इसलिए लोग फ्लाइट की ओर रूख कर रहे हैं। इससे अचानक फ्लाइट की डिमांड बढ़ गई है।
दिल्ली से पटना जाने पर अगर एक यात्री का हवाई टिकट 3500 से चार हजार रुपए पड़ रहा है, तो उसी रूट पर वापसी के समय यात्री को 7 से 8 हजार रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। जब हमने विभिन्न एयरलांइस के वेबसाइट्स पर जाकर एयर फेयर चेक किया तब पाया कि ज्यादातर नाॅन मेट्रो सिटी से मेट्रो सिटी की ओर जाने वाली फ्लाइट का रेट ज्यादा है जबकि उसी रूट पर नाॅन मेट्रो सिटी के लिए किराया कम है।
क्या वजह हो सकती है?
इसकी वजह यह हो सकती है कि लोग अब शहर की ओर काम पर वापसी कर रहे हैं। दूसरी तरह ट्रेनें भी लिमिट में चलाई जा रही है। ऐसे में ज्यादातर लोगों के पास विकल्प कम है। छोटे शहरों से मेट्रो सिटी की ओर जाने वाली फ्लाइट्स को लेकर डिमांड बढ़ी है। साथ ही सुरक्षित यात्रा करना लोग पसंद कर रहे हैं।
मेट्रो सिटी से नाॅन मेट्रो सिटी रूट पर कितना किराया ?
रूट | किराया |
दिल्ली से पटना | 3,181-4,376 रुपए |
मुंबई से पटना | 6,829 रुपए |
मुंबई से बनारस | 4,255 रुपए |
अहमदाबाद से लखनऊ | 3,645 रुपए |
नाॅन मेट्रो सिटी से मेट्रो सिटी का किराया कितना है ?
रूट | किराया |
पटना से दिल्ली | 9,881 से लेकर 15,931 तक |
पटना से मुंबई | 13,555, 13,700 रुपए |
बनारस से मुंबई | 9,525 रुपए |
लखनऊ से अहमदाबाद |
7,353 रुपए |
सरकार द्वारा तय किए गए रेट -
सरकार ने घरेलू उड़ानों को चलाने के लिए अधिकतम और न्यूनतम किराए की सीमा तय की है, जिसका सभी एयरलाइंस को पालन करने को कहा गया है। बता दें कि यह रेट फ्लाइट की अवधि के अनुसार सात अलग-अलग कैटेगरी में बांटे गए हैं। ये कैटेगरी हैं- 0-30 मिनट, 30-60 मिनट, 60-90 मिनट, 90-120 मिनट, 120-150 मिनट, 150-180 और 180-210 मिनट। उदाहरण के लिए दिल्ली और मुंबई के बीच 90 से 120 मिनट की उड़ान का कम से कम किराया 3500 रुपए होगा और अधिकतम किराया 10,000 रुपए होगा। सरकार का यह नियम नवंबर तक जारी रहेगा।
एयरपोर्ट पर 6 सितंबर का डोमेस्टिक ट्रैफिक का ये रहा हाल-
डीजीसीए के मुताबिक, धीरे-धीरे डोमेस्टिक एयरलाइंस का संचालन अधिक बढ़ रहा है। 6 सितंबर को देश भर में करीब 1.41 लाख से अधिक यात्रियों ने यात्रा की है।
- 6 सितंबर को देश भर के हवाई अड्डों पर 2.85 लाख से अधिक फुट फॉल दर्ज किए गए हैं।
- 6 सितंबर को देश भर में अराइवल फ्लाइट्स की संख्या 1238 रहीं।
- वहीं, डिपार्चर फ्लाइट्स की संख्या 1,233 रही।
- इस समय करीब 125 एयरपोर्ट ऑपरेट्स किए जा रहे हैं।
सुरक्षित यात्रा को दे रहे हैं तव्वजो
डीजीसीए की मानें तो इस समय ज्यादातर लोग सुरक्षित यात्रा को तव्वजो दे रहे हैं इसके लिए वे फ्लाइट से यात्रा करना पसंद कर रहे हैं। साथ ही सरकार द्वारा तय की गई कीमत के चलते उन्हें सस्ते रेट पर टिकट मिल रहा है। हालांकि जिन रूट्स पर डिमांड ज्यादा है वहां कुछ एयरलाइंस के फेयर में थोड़ा बहुत फर्क है लेकिन वह सरकारी आदेशानुसार के अंतर्गत ही है। डीजीसीए के मुताबिक, हवाई अड्डों पर लगातार गतिविधियां बढ़ रही है। आगे और बढ़ने की संभावना है।
बता दें कि 25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन के चलते दो माह बाद 25 मई से फिर से घरेलू उडान सेवा शुरू की गई। 25 मई को करीब 30 हजार यात्रियों के साथ उडान सेवा की शुरूआत की गई थी। इस समय 1233 उड़ान भर रही है और लगभग 1,41,992 यात्री सफर कर रहे हैं।
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