अगर हम घर-परिवार और समाज में हमेशा सम्मान पाना चाहते हैं तो हमें वह बनना चाहिए, जैसा होने का हम दिखावा करते हैं - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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सोमवार, 21 सितंबर 2020

अगर हम घर-परिवार और समाज में हमेशा सम्मान पाना चाहते हैं तो हमें वह बनना चाहिए, जैसा होने का हम दिखावा करते हैं

सुकरात का जन्म 469 ईसा पूर्व यूनान यानी ग्रीक में हुआ था। सुकरात को आज भी दुनिया के सबसे महान दार्शनिकों में से एक माना जाता है। उनके दो विवाह हुए थे। सुकरात का वैवाहिक जीवन बहुत ज्यादा सुखी नहीं था। अपने विचारों की वजह से वे काफी प्रसिद्ध थे। प्रवचन सुनने के लिए दूर-दूर से काफी लोग उनके घर पहुंचते थे।

सुकरात को हर जगह सम्मान मिलता है, इस वजह से उनके दुश्मनों की संख्या भी काफी अधिक थी। उनके दुश्मनों ने उन पर ईश निंदा करने के आरोप लगाए। इस वजह से उन्हें कारागर में बंद कर दिया गया। 399 ईसा पूर्व कारागर में ही सुकरात की मृत्यु हुई थी। जानिए सुकरात के कुछ ऐसे विचार, जो हमारी सोच बदल सकते हैं...