कोविड-19 महामारी के चलते घरों पर ही पढ़ाई कर
रहे बच्चों को अभिभावकों और शिक्षकों की मदद से अर्थ पूर्ण शैक्षिक गतिविधियों में
सम्मिलित करने के उद्देश्य से एनसीईआरटी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के
मार्गदर्शन में पहली कक्षा से बारहवीं कक्षा तक के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए वैकल्पिक
शैक्षणिक कैलेंडर बनाया है। 4 हफ्तों और अगले 8 हफ्तों के लिए प्राथमिक तथा
माध्यमिक कक्षाओं हेतु वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर (एएसी) पहले ही जारी किया जा
चुका है। इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर
के लिए वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया था। आज केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री
रमेश पोखरियाल निशंक ने वर्चुअल माध्यम से माध्यमिक स्तर के लिए अगले 8 हफ्तों का
वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया।
श्री पोखरियाल ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा
कि यह वैकल्पिक कैलेंडर शिक्षकों को विभिन्न तकनीकियों और सोशल मीडिया मंचों के
इस्तेमाल के लिए दिशा-निर्देश उपलब्ध कराएगा। इसका उद्देश्य शिक्षण कार्य को रोचक, उल्लास पूर्ण बनाना है, जिसका उपयोग छात्र, अभिभावक और शिक्षक घरों पर शिक्षण
कार्य में कर सकते हैं। हालांकि घर पर शिक्षण कार्य में मोबाइल फोन, रेडियो, टेलीविज़न, एसएमएस और विभिन्न सोशल मीडिया मंचों
का इस्तेमाल विभिन्न स्तरों पर किया जा रहा है। शिक्षा मंत्री ने रेखांकित किया कि
हममें से बहुत लोगों के पास संभवतः मोबाइल फोन में इंटरनेट की सुविधा ना हो या व्हाट्सएप, फेसबुक, टि्वटर, गूगल इत्यादि सोशल मीडिया मंचों का
इस्तेमाल करने में हम असमर्थ हों, ऐसे
में यह कैलेंडर शिक्षकों का मार्गदर्शन करेगा कि वे कैसे एसएमएस या फोन कॉल के
जरिए छात्रों और अभिभावकों की मदद कर सकते हैं। इस कैलेंडर के क्रियान्वयन के लिए
अभिभावकों से अपेक्षा है कि प्रारंभिक शिक्षा के स्तर वाले छात्रों की मदद करें।
श्री पोखरियाल ने कहा कि यह कैलेंडर दिव्यांग
जनों (विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों) समेत सभी की जरूरतें पूरी करेगा। इसमें ऑडियो
बुक, रेडियो कार्यक्रम, वीडियो कार्यक्रम भी उपलब्ध होंगे।
इस कैलेंडर में प्रत्येक सप्ताह के लिए रोचक और
प्रतिस्पर्धी गतिविधियों को भी शामिल किया गया है जो पाठ्य पुस्तकों से लिए गए
पाठ्यक्रम पर आधारित हैं। इसका मुख्य उद्देश्य सीखने की क्षमता को बढ़ाना है। इससे
शिक्षकों और अभिभावकों को बच्चों के सीखने की प्रगति का आकलन करने में मदद मिलेगी
और इससे पाठ्य पुस्तकों से भी आगे की बातें सीखने की क्षमता विकसित होगी। कैलेंडर
में दी गई गतिविधियों के केंद्र में सीखने की क्षमता को बढ़ावा देना है और इस
लक्ष्य को विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बच्चों के द्वारा इस्तेमाल
किए जाने वाले संसाधनों और पाठ्य पुस्तकों के माध्यम से हासिल किया जा सकता है।
इसमें कलात्मक शिक्षा, शारीरिक अभ्यास, योग, वोकेशनल कौशल इत्यादि प्रायोगिक शिक्षण गतिविधियों को भी शामिल किया
गया है। इस कैलेंडर में कक्षा वार और विषय वार गतिविधियों को सारणीबद्ध किया गया
है। इस कैलेंडर में हिंदी,
अंग्रेजी, उर्दू और संस्कृत-4 भाषाओं से जुड़ी
गतिविधियों को भी शामिल किया गया है। इसके माध्यम से छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों में तनाव या
अवसाद को कम करने की रणनीतियों को भी शामिल किया गया है। इस कैलेंडर में भारत सरकार
के पोर्टल दीक्षा, एनआरओईआर तथा ई-पाठशाला पर मौजूद
पाठ्यक्रम का अध्याय वार लिंक उपलब्ध कराया गया है।
इसमें दी गई सभी गतिविधियों की प्रकृति
सुझावत्मक है। इसमें क्रम की बाध्यता नहीं है। इसके अंतर्गत शिक्षक और अभिभावक
क्रम से अलग सिर्फ उन गतिविधियों को चुन सकते हैं जिनमें छात्र रुचि दिखा रहा हो।
एनसीईआरटी छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ
प्रतिक्रियात्मक सत्र की शुरुआत पहले ही कर चुका है, जो स्वयं प्रभा टीवी चैनल (किशोर मंच) पर उपलब्ध है। इसे फ्री-डीटीएच
पर चैनल नंबर 128 के अलावा डिश टीवी #950, सन डायरेक्ट #793, जिओ
टीवी और टाटा स्काई #756,
एयरटेल #440, वीडियोकॉन चैनल #477 पर ट्यून कर देखा
जा सकता है। किशोर मंच एप प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है और एनसीईआरटी के
ऑफिशियल यूट्यूब चैनल से लाइव जुड़ा जा सकता है। हर हफ्ते सोमवार से शनिवार के बीच
पहली कक्षा से दसवीं कक्षा तक के छात्रों को सप्ताह में एक बार 2:00 से 4:00 बजे
के टाइम स्लॉट में लाइव सत्र की सुविधा मिलती है। जबकि 11वीं और 12वीं के लिए
प्रति सप्ताह दो-दो घंटों के लाइव सत्र की सुविधा दी गई है। इन लाइव सत्रों में
दर्शकों के लिए संवादमूलक प्रसारण होता है। साथ ही विषयों को पढ़ाते हुए रोचक
गतिविधियों का प्रदर्शन भी छात्रों के लिए किया जाता है। कैलेंडर जारी करने के
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कार्यक्रम में एससीईआरटी/एसआईई, शिक्षा निदेशालय, केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति और सीबीएसई ने भी
भाग लिया। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए माध्यमिक स्तर के लिए 8
हफ्तों का यह कैलेंडर एनसीईआरटी की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
यह कैलेंडर छात्रों, शिक्षकों, स्कूल प्रधानाचार्यों और अभिभावकों को सशक्त करेगा और कोविड-19 महामारी का मुकाबला करते हुए घर पर ऑनलाइन शिक्षा की प्रक्रिया को रोचक बनाएगा और घर पर ही मौजूद स्कूल से सीखने की परंपरा को मजबूती मिलेगी।