भाजपा, बेईमान
अधिकारियों-कर्मचारियों की मदद से चुनाव जीतना चाहती है : दिग्विजय सिंह
मध्य प्रदेश के
पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग से शिकायत की है कि मध्य
प्रदेश के कुछ बेईमान अधिकारी और कर्मचारी भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रहे
हैं। ।
कोरोनावायरस के
कारण 80 साल से अधिक
उम्र के लोगों को पोस्टल बैलट से मतदान की छूट दी गई है। इस मामले में फर्जी
वोटिंग हो सकती है।
दिग्विजय सिंह ने
8 जिलों के
अधिकारी-कर्मचारियों की शिकायत की
पूर्व
मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा- हमें कर्मचारियों पर भरोसा है, लेकिन बेईमान
अधिकारियों और कर्मचारियों पर नहीं है। यह आरोप उन्होंने आज चुनाव आयोग के दफ्तर
पहुंचकर लगाए। उन्होंने 8 से अधिक जिलों
के अधिकारियों और भाजपा नेताओं के बयान को लेकर शिकायत की है। उन्होंने कहा कि
उम्मीदवारों को नाम वापसी के ही दिन वोटर लिस्ट मिल जाना चाहिए, लेकिन इसमें देरी
की गई। कोविड का ध्यान रखते हुए 80 साल से ज्यादा उम्र के लोग, दिव्यांग और संदिग्ध कोविड लोगों के पोस्टल
बैलेट लिए गए। सूची तय हो गई, लेकिन कांग्रेस के उम्मीदवारों को जानकारी आज तक नहीं मिली।
पोस्टल बैलेट डालना शुरू हो गया। यह तो निर्धारित प्रक्रिया का पालन ही नहीं हो
रहा है। नाम और पते तो दे दीजिए। सील तक नहीं लगी। वोट लिए और थैला लेकर चलते बने।
यह गंभीर आरोप हैं। सबकुछ नियम विरुद्ध कार्य हो रहा है।
भाजपा, बेईमान
अधिकारियों-कर्मचारियों की मदद से चुनाव जीतना चाहती है
निर्वाचन आयोग से
शिकायत के बाद दिग्विजय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हमें चुनाव ड्यूटी
में लगे बेईमान अधिकारी और कर्मचारियों से भाजपा सरकार जीतना चाहती है। उन्हें
जनता पर भरोसा नहीं है। अशासकीय पोस्टल बैलेट किसे इश्यू हुए। इस बात की जानकारी
हमें अब तक नहीं दी गई। कितने इश्यू हुए इस बात की जानकारी भी नहीं दी गई। हमने
चुनाव आयोग से मिलकर इस बात की मांग की है कि हमें पोस्टल बैलेट के नाम पते दिए
जाएं। जिन प्रत्याशियों के खिलाफ मामले दर्ज हैं, उनके पर कार्रवाई नहीं हो रही है।