जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने 26 अक्टूबर 1947 को अपनी रियायत के भारत में विलय करने को लेकर हुए समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
भारतीय जनता पार्टी
(भाजपा) ने सोमवार को कश्मीर के 73वें विलय दिवस के मौके पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच
जम्मू-कश्मीर तिरंगा कार रैली निकाली।
उल्लेखनीय है कि
जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने 26 अक्टूबर 1947 को अपनी रियायत के भारत में विलय करने को लेकर हुए समझौते
पर हस्ताक्षर किए थे।
इससे पहले श्रीनगर के लाल
चौक पर तिरंगा फहराने की कोशिश करने वाले कुपवाड़ा के भाजपा कार्यकर्ताओं को
हिरासत में ले लिया। श्रीनगर में सुबह से ही सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान
बंद हैं।
पार्टी उपाध्यक्ष सोफी
यूसुफ तथा प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर सहित काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता टैगोर हॉल
में इकट्ठा हुए। यहां किसी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुबह से ही भारी
संख्या में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों तथा राज्य पुलिस के जवानों को भारी संख्या में
तैनात किया गया था। राष्ट्रीय ध्वज लगे वाहनों को कड़ी सुरक्षा के बीच गुपकर रोड
से होते हुए प्रसिद्ध डल झील के किनारे स्थित एस. के. इंटरनेशनल कनवेंशन
काम्प्लेक्स के लिए रवाना किया गया।
उल्लेखनीय है कि गुपकर
रोड पर ही प्रदेश के तीन मुख्यमंत्रियों डॉ. फारूक अब्दुल्ला, श्री उमर
अब्दुल्ला तथा सुश्री महबूबा मुफ्ती का आवास है।
रैली शुरू होने से पहले
श्री ठाकुर ने कहा कि यह उन सभी देशद्रोही नेताओं और पार्टियों को करारा जवाब है, जो राष्ट्रीय
ध्वज का अनादर करते हैं। मैं सुश्री महबूबा और डॉ. अब्दुल्ला को बताना चाहता हूं
कि राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए कोई जगह नहीं है क्योंकि कश्मीर अब बदल गया
है। उन्होंने कहा कि हर कोई अब राष्ट्रीय ध्वज को अपना रहा है। कश्मीर में लोग
अपने घरों पर झंडे फहरा रहे हैं।