सितंबर की सैलरी का इंतजार कर रहे मध्य प्रदेश के 2 लाख प्राइमरी शिक्षकों को एक-दो दिन में वेतन मिलने की संभावना है। इसके लिए मंगलवार को बजट जारी हो सकता है। सोमवार देर रात तक डीईओ ऑफिस से लेकर संचालनालय लोक शिक्षण एवं मंत्रालय में इसके लिए कवायद चलती रही।
स्कूल शिक्षा विभाग से इसके बजट के बारे में प्रस्ताव भी भेजा गया है। प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में पदस्थ 2 कैडर के दो लाख शिक्षक जिनमें 50 हजार सहायक शिक्षक/ प्रधानाध्यापक प्राथमिक शाला एवं 1.50 लाख प्राथमिक शिक्षकों को सितंबर का वेतन नहीं मिला है। इनका एक माह का वेतन करीब 950 करोड़ होता है।
बजट जारी होने के बाद वेतन के हेड में संबंधित डीडीओ यानी वेतन आहरण अधिकारी कोषालय में अपने दफ्तरों से उस हेड में बिल लगाएंगे। इसके बाद कोषालयों से संबंधित शिक्षकों के खातों में वेतन ट्रांसफर किया जाएगा। इन दो लाख शिक्षकों में से भोपाल के 700 से ज्यादा स्कूलों के तीन हजार शिक्षक शामिल हैं। इनमें सहायक और प्राथमिक शिक्षक शामिल हैं।
इनके वेतन के लिए ही 15 करोड़ रुपए की जरूरत होगी। वहीं, मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुभाष सक्सेना ने बताया कि दो दिन में वेतन नहीं मिला तो धरना दिया जाएगा। प्रशासन को धरने की अनुमति के लिए आवेदन दिया है।