वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि प्रदेश के शासकीय
कर्मचारियों के हित में सेवाओं और वित्तीय प्रबंधन के उत्कृष्ट कार्य सॉफ्टवेयर के
माध्यम से सुनिश्चित किये जाएं। मंत्री श्री देवड़ा कोष एवं लेखा के अन्तर्गत
विकसित समेकित वित्तीय प्रबंधन सूचना प्रणाली (आईएफएमआईएस) सॉफ्टवेयर की समीक्षा
कर रहे थे। श्री देवड़ा ने वित्त अधिकारियों को निर्देश दिये की प्रदेश की वित्तीय
भुगतान प्रणाली में पूरी पारदर्शिता बरती जाए, सॉफ्टवेयर का उपयोग
करने वाले शासकीय विभागों की तकनीकी समस्याओं का त्वरित निराकरण भी करें।
आयुक्त कोष एवं लेखा श्री मुकेश गुप्ता द्वारा कम्प्यूटीकरण योजना
एवं उसके परिदृश्य की अद्यतन स्थिति की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि
प्रदेश के सभी शासकीय अधिकारी/कर्मचारियों के समस्त दावों का भुगतान ऑनलाइन
प्रक्रिया के माध्यम से किया जा रहा है। साथ ही सभी सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों के
पेंशन प्रकरण भी ऑनलाइन प्रक्रिया से ही निराकृत हो रहे हैं, जिससे सभी कोषालयों में समय और पारदर्शिता से कार्य सम्पन्न हो रहा
है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव वित्त श्री मनोज गोविल, सचिव श्री अमित राठौर, श्री गुलशन बामरा, संचालक बजट श्रीमती आईरीन सिंथिया, संचालक कोष एवं लेखा
श्री जे.के. शर्मा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।