छत्तीसगढ़ : पिछले 10 महीने में 141 किसानों ने की आत्महत्या,उठ रहे हैं कांग्रेस सरकार की कार्यशैली पर सवाल!
• कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी शासित महाराष्ट्र में बीते 11 महीनों ( जनवरी2020 से नवंबर 2020 तक ) में 2270 किसान कर चुके हैं आत्महत्या
• महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु के आंकड़े किसान आत्महत्या के मामले में सबसे ज्यादा डरावने हैं.
कृषि कानूनों को लेकर देश भर में केंद्र सरकार पर हमला करने वाली कांग्रेस और राहुल गांधी को झटका देने वाली खबर सामने आई है.
किसानों की हितैषी होने का दावा करने वाली कांग्रेस के शासन वाले राज्य छत्तीसगढ़ में किसान लगातार आत्महत्या (Farmers suicide) करने को विवश हैं. ये जानकारी खुद छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने दी है.
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने शुक्रवार को विधानसभा में महत्वपूर्ण जानकारी दी है. इससे कांग्रेस का किसानों के प्रति रवैया भी बेनकाब हो गया. विधानसभा के पटल पर कृषि मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पिछले 10 महीने में 141 किसानों ने आत्महत्या की है. इसती बड़ी संख्या में किसानों का आत्महत्या करना बेहद चिंताजनह और अफसोसनाक है
बीजेपी ने साधा कांग्रेस पर निशाना
विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में किसानों की आत्महत्या को लेकर सरकार को घेरा और मंत्री के जवाब असंतुष्ट होकर से सदन से वॉकआउट किया. विपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक ने राज्य में अप्रैल वर्ष 2020 से इस वर्ष एक फरवरी तक किसानों की आत्महत्या और इसके कारणों को लेकर सवाल किया. कौशिक ने सरकार से सवाल किया कि किसानों की आत्महत्या के लिए कौन दोषी पाया गया और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई.
उठ रहे हैं छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर सवाल
किसी प्रदेश में अगर मात्र 10 महीनों में 141 किसान आत्महत्या करते हैं तो उसके मुखिया पर सवाल खड़े करना बहुत जरूरी है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार किसान हित की बात करते हैं कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताकर मोदी सरकार पर हमला करते हैं लेकिन उनके राज्य में किसानों की ये दुर्दशा पूरी कांग्रेस को कटघरे में लाती है.
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि कोंडागांव जिले के किसान धनीराम मरकाम की आत्महत्या के प्रकरण में अभिलेख दुरूस्ती और फसल गिरादावरी में त्रुटि पाए जाने पर पटवारी डोंगर नाग को निलंबित किया गया है. मंत्री के जवाब के बाद विपक्ष के कौशिक ने कहा पिछले 10 महीनों के दौरान बड़ी संख्या में किसानों ने आत्महत्या की है और मंत्री बता रहे हैं कि केवल एक ही प्रकरण में पटवारी को निलंबित किया गया है.