स्वामीनारायण मंदिर ने कोरोना से लड़ाई में मदद हेतु 500 बेड की सुविधा वाला कोविड सेंटर किया प्रारम्भ - Daily Hindi Paper | Online GK in Hindi | Civil Services Notes in Hindi

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शनिवार, 17 अप्रैल 2021

स्वामीनारायण मंदिर ने कोरोना से लड़ाई में मदद हेतु 500 बेड की सुविधा वाला कोविड सेंटर किया प्रारम्भ

स्वामीनारायण मंदिर ने कोरोना से लड़ाई में मदद हेतु 500 बेड की सुविधा वाला कोविड सेंटर किया प्रारम्भ 





देश में जिस तेजी से कोरोना फ़ैल रहा है उसे देखते हुए प्रशासन के तो हाथ-पैर फूल ही रहे हैं, अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं भी जवाब देती दिख रही हैं. इस मुश्किल समय में लोगों की मदद के लिए कई धार्मिक स्थल आगे आ रहे हैं.

इसी क्रम में गुजरात के वडोदरा में  स्वामीनारायण मंदिर संस्था सरकार की मदद हेतु आगे आई है, BAPS श्री स्वामीनारायण मंदिर ने अटलादरा में अपनी 3.5 एकड़ भूमि पर  500 बेड की सुविधा के  प्रारंभ कर दी है इसके पहले स्वामीनारायण मंदिर से  300-बेड कोविड सुविधा शुरू की है, जिसे बढाकर 500 तक करने की बात श्री स्वामीनारायण मंदिर के ज्ञान वत्सल स्वामी ने कहा था, 

 

उन्होंने कहा की “हम रोगियों के लिए सभी गैर-चिकित्सा सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। हमने ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की व्यवस्था की है जिसमें ICU कमरों के अलावा पंखे और एयर-कूलर भी शामिल हैं। 

उन्होंने कहा कि मंदिर प्रबंधन ने फार्मेसी स्टोर, टॉयलेट और मेडिकल स्टाफ के लिए अलग कमरे की भी व्यवस्था की है।

इसके अतिरिक्त स्वामीनारायण मंदिर संस्था मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था भी कर रही है गौरतलब है की  संस्था द्वारा लॉक डाउन मे भी लोगों के भोजन की व्यवस्था के लिए बहुत बड़ा कम्युनिटी किचन सेंटर चलाया जिसमें प्रतिदिन सैकड़ों लोगों को भोजन कराया गया. 




इसके अतरिक्त वडोदरा की जहांगीपुरा मस्जिद को एक कोविड सेंटर में तब्दील किया गया है और यहां पर 50 बेड ऑक्सीजन के साथ उपलब्ध करवाए गए हैं.


इस बारे में जहांगीरपुरा मस्जिद के संचालक  इरफ़ान शेख ने विस्तार से बताया है. उनकी नजरों में सिर्फ सरकार को घेरने के बजाय इस समय सभी को मदद के लिए आगे आना चाहिए. वे कहते हैं- यह जहांगीरपुरा मस्जिद है. इस मस्जिद को हमने अभी कोविड सेंटर में तब्दील किया है. फिलहाल इसमें 50 बेड ऑक्सीजन के साथ किये गए हैं.  मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं है और सभी को इस समय में आगे आना चाहिए और सरकार पर आक्षेप करने से अच्छा है सेवा करें. यह सब बाद में चलता रहेगा.